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Buxar Top News: जिलाधिकारी को माइंड योर लैंग्वेज कहने वाली सीडीपीओ का बिगड़ा लैंग्वेज, लगा गाली-गलौज और जालसाजी का आरोप ...




बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: कभी जिलाधिकारी को माइंड योर लैंग्वेज कह कर चर्चा में आने वाली चौसा की बाल विकास परियोजना पदाधिकारी कविता कुमारी के विरुद्ध दिनारा थाना क्षेत्र के अकोढा गांव के रहने वाले धर्मराज पासवान उर्फ धर्मेन्द्र ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में वाद दायर कर 50 हज़ार की ठगी तथा जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए दुर्व्यवहार करने का  आरोप लगाया है | वादी ने बताया है कि वह फेरी का काम करता है तथा इसी दौरान उसकी जान -पहचान बाल विकास  परियोजना पदाधिकारी कविता कुमारी तथा उनके निजी वाहन चालक से हो गयी | इसी दौरान एक दिन उनके द्वारा कहा गया कि मुझे चौसा प्रखण्ड के सभी आंगन बाड़ी केंद्रों में पोशाक के वितरण करना है | वह काम मैं आपको दे दूँगी जिसके लिए आपको दो लाख रुपये देने होंगे | जिसमें पचास हजार रुपये बतौर अग्रिम पहले देने होंगे | जिस पर मैं तैयार हो गया | अग्रिम धनराशि के इंतज़ाम में कुछ विलंब होने पर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी द्वारा बार बार दबाव बनाया जाता रहा | अंततः दिनांक- 08.07.17 को वादी ने पचास हज़ार रुपये बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को दे दिए | उस दिन बाल विकास परियोजना पदाधिकारी ने कहा कि दिनांक - 10.07.17 को जाकर बड़ा बाबू से जाकर मिल लेना तुम्हारा काम हो जाएगा | 10 तारीख को जब वे बड़ा बाबू के पास पहुँचे तो उन्होंने साफ तौर पर मेरा कपड़ा लेने से इनकार कर दिया | वहीं इस बात की शिकायत लेकर जब वादी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के कार्यालय में पहुँचे तो उन्होंने न सिर्फ जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर उन्हें कार्यालय से भाग जाने की बात कही बल्कि, यह भी कह दिया कि पैसा वापस नहीं होगा जो करना है कर लो | निजी ड्राइवर ने भी वादी के साथ जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए अभद्रता की | पीड़ित व्यक्ति ने न्यायालय से न्याय की गुहार लगायी है |
इस बाबत जब बाल विकास परियोजना पदाधिकारी कविता कुमारी से बात की गयी तो उन्होंने उन पर लगे इस आरोप को बेबुनियाद बताया | उन्होंने कहा कि उक्त व्यक्ति के द्वारा बार - बार उन पर बच्चों के वस्त्र वितरण का कॉन्ट्रैक्ट देने का दबाव बनाता रहा | जब उन्होंने इस बात से इनकार कर दिया तो उक्त व्यक्ति के द्वारा इस तरह का मनगढंत आरोप लगाया जा रहा है |





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