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Buxar Top News: युवा नेता ने जारी किया खुला पत्र, पूछा-जब अतिक्रमण नाजायज तो अवैध कब्जा जायज कैसे?






बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: गंगा स्वच्छता अभियान चला कर चर्चा बटोरने वाले युवा नेता सौरभ तिवारी ने बक्सर के बाहुबली मठाधीश, चंद्रमा दास, बड़ी मठिया, रामरेखा घाट, बक्सर के अवैध कब्जे के खिलाफ खुला पत्र जारी किया है | जिसमें उन्होंने अतिक्रमण तथा अवैध कब्जे में अंतर समझाया है |
युवा नेता द्वारा सदर अनुमंडलाधिकारी को जारी पत्र कुछ इस तरह है :-


अनुमंडल पदाधिकारी महोदय,
नगर परिषद, बक्सर |
आप दोनो से आग्रह है कि बक्सर की जनता को अतिक्रमण का अर्थ समझाइये ।
गरीब दुकानदार की फुटपाथ पर लगी दुकान को उजाड़ कर, उसके घर को चूल्हा को बंद कर आप अतिक्रमण हटा कर अपनी ताकत का एहसास कराते है ।
लेकिन इस शहर में एक मठाधीश शहर में आपकी ताकत को धता बताते हुवे । पहले नियमो की अवहेलना करते हुवे ।( जिसकी लिखित सूचना मैंने आपको फरवरी में दी थी। नगर परिषद के अधिकारी को भी मैंने उस अवैध निर्माण की जानकारी दी ।) असुरक्षित मार्केट कॉम्प्लेक्स बनवाता है । उसके बाद रामरेखा घाट की सरकारी जमीन को घेराबंदी कर के अपने कब्जे में करता है । और अब उसमे गेट लगाकर उसके अधिकार को अपने पक्ष में करने काम करता है ।
रामरेखा घाट, बक्सर की पर्यटन का मुख्य केंद्र है, वहाँ पर्याप्त सरकारी जमीन है , चौड़ीकरन के लिए । लेकिन मठाधीश ने उसे कब्जा कर लिया है । आपकी प्रशासन मौन है । कारण उसका रसूख या कुछ और ।
अगर माननीय अनुमंडल पदाधिकारी महोदय, और बक्सर नगर परिषद के माननीय अध्यक्षा, उपाध्यक्ष, और पार्षद गण । अगर सरकारी जमीन को कब्जा कर लेने वाले बाहुबली मठाधीश को आप नजरअंदाज कर रहे है । इसकी मजबूरी भी जनता को बतानी होगी । वरना गरीबो के पेट पर लात मारना बन्द कीजिये । या अतिक्रमण हटाने के नाम पर गरीबो पर भी अत्याचार करने का हक आप सबको नही है ।

आप सभी के प्रतिउत्तर के प्रतीक्षा में ।

छात्रशक्ति सौरभ तिवारी











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