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Buxar Top News: प्रशासन की मनाही के बाद भी जुटे भूमिहीनों को किसान नेता ने किया संबोधित, प्रशासन ने कहा जालसाजों से रहे सावधान ..

लोगों से फॉर्म लेते तथा उन्हें समझाते हुए लोग, इनसेट में किसान नेता  

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिला प्रशासन से अनुमति नहीं  के बाद किसान नेता रणजीत सिंह द्वारा किला मैदान में आयोजित सम्मेलन को स्थगित माना जा रहा था । स्वयं किसान नेता ने जिला प्रशासन को इस बात का आश्वासन दिया था कि उनके द्वारा कोई सभा नहीं की जाएगी । इस बात को लेकर विभिन्न समाचार माध्यमों से सूचना प्रकाशित होने के बावजूद आरा, रोहतास, कैमूर तथा बक्सर जिले से भी काफी संख्या में भूमिहीन किला मैदान में जुटने लगे थे । इतनी संख्या में लोगों के जुटने से विधि व्यवस्था को नियंत्रित करने में काफी परेशानी हो रही थी । हालांकि, बारिश होने के कारण लोगों की संख्या अनुमान से काफी कम थी, फिर भी अनुमान लगाया जा रहा है कि तकरीबन एक लाख की संख्या में लोग किला मैदान में जुटे हुए थे । विधि-व्यवस्था को नियंत्रण में करने के लिए सदर अनुमंडलाधिकारी गौतम कुमार तथा पुलिस उपाधीक्षक शैशव यादव पुलिस बलों के साथ किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार दिख रहे थे ।  उन्होंने दूर दराज से पहुंचे भूमिहीनों को समझा बुझाकर वापस भेजने का काम शुरु किया । हालांकि यह काम बहुत आसान नहीं था । अंत में प्रशासन ने उन्हें यह कह कर भी भेजना शुरु किया कि कोई भी बात उन्हें समाचार माध्यमों के द्वारा बताई जाएगी, लेकिन फिलहाल आज की सभा स्थगित है इसलिए वे अपने घर को लौट जाए । 









इसी बीच घर लौट रहे लोगों को किसान नेता रणजीत सिंह ने ज्योति प्रकाश चौक के पास रोक कर एक सभा को संबोधित करना शुरू कर दिया । जिसके बाद एक बार फिर स्थिति अनियंत्रित होने लगी । आनन-फानन में पुलिस बलों की एक टोली मौके पर पहुंची तभी गिरफ्तारी के भय से किसान नेता ज्योति चौक स्थित पोद्दार धर्मशाला में प्रवेश कर गए तथा उनके कार्यकर्ताओं ने भूमिहीनों से फॉर्म इकट्ठा करना शुरु कर दिया । धीर-धीरे लोग स्टेशन की तरफ चल दिए। इधर कुछ महिलाएं समाहरणालय भी पहुंच गए जहां उन्होंने बताया कि जमीन देने के लिए फॉर्म जमा करने के एवज में किसान नेता के द्वारा 100 से 200 रुपए लिए गए हैं । मामला जानने के बाद प्रशासन के अधिकारियों ने लोगों को समझाया कि वे कभी भी इस तरह की ठगी की कोशिश करने वालों के झांसे में न फंसे । दूसरी तरफ किसान नेता ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि प्रशासन की ओर से कार्यक्रम करने की इजाजत नहीं देने के बाद हर तरह से प्रयास किया गया कि सभा में शामिल होने वाले लोगों को रोका जाए । लेकिन सूचना नहीं मिलने पर अधिकतर लोग स्वतः ही किला मैदान पहुंच गए हैं । इसमें उनकी किसी तरह की कोई भूमिका नहीं है ।









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