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Buxar Top News: राजपुर के तारणपुर गांव में चिकित्सक के रुप में दिखे जिलाधिकारी, ग्रामीणों को दिलाई शपथ ..



- ग्रामीणोें से कहा, जानवर भी नहीं छोड़ते हैं शौच को खुला.

-15 अक्तूबर तक इस गांव को शौच मुक्त करने का ग्रामीणों से किया आह्वान.



बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा राजपुर प्रखंड के बारूपुर पंचायत अंतर्गत तारनपुर गांव में पहुंचे, जहाँ संध्याकालीन बेला में पांच बजे से गाँव के बीच चौपाल लगाया गया. जिसमें गांव के सभी महिला, पुरूष एवं बच्चों ने भाग लेते हुए जिलाधिकारी के साथ सीधा संवाद बनाया. इस दौरान आयोजित सभा की अध्यक्षता मुखिया दीपक देवी ने की. जबकि संचालन बीडीओ अजय कुमार सिंह ने किया. इस चौपाल के दौरान उप विकास आयुक्त मोबिन अली अंसारी ने ग्रामीणों के बीच कहा कि शौचालय बनाना सबके लिए जरूरी है. अगर कोई भी व्यक्ति खुले में शौच करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी. इसके बाद खुले में शौच करने पर मना करने के दौरान झगड़ा करने वालों को संदेश देते हुए कहा कि जो लोग झगड़ा करते हैं वैसे लोग सबसे पहले शौचालय बनाते हैं इसलिए आप शौचालय जरूर बनाये. इसके लिए उदाहरण के तौर पर शराबबंदी, पल्स पोलियो अभियान को बताते हुए कहा कि उस समय भी लोग विरोध कर रहे थे लेकिन आज हम सभी ने पोलियो जैसी बीमारी को समाप्त कर दिया है.

चिकित्सक के रुप में दिखे जिलाधिकारी.

जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने कहा कि खुले में शौच करना सामाजिक बुराई है. इसके साथ ही यह कई प्रकार की बीमारियों को जन्म देता है. उन्होंने एक चिकित्सिक की तरह नसीहत देते हुए कहा कि इस छोटे से गांव में तकरीबन डेढ़ क्विंटल शौच प्रतिदिन इकट्ठा होता है. जिस पर मक्खियां बैठकर रोगवाहक का काम करती है और हम सभी को कई प्रकार की बीमारियों की चपेट में ला देती है. इसका सबसे अधिक बुरा प्रभाव बच्चों पर पड़ता है. इसलिए बच्चा शारीरिक एवं मानसिक रूप से कमजोर होता है.

महिलाओं की सेहत पर भी होता है बुरा असर.

महिलाओं के सेहत पर चर्चा करते हुए कहा कि खुले में शौच के दौरान इन्हें चार से पांच बार खड़ा होना पड़ता है. इसके वजह से इनके गर्भाशय पर व्यापक असर पड़ता है. जिससे कई खतरनाक बीमारियों का जन्म होता है. कहा कि हमें तो उस जंगली बिल्ली या अन्य जन्तुओं से सीख लेना चाहिए जो टटृी करने के बाद स्वयं ढक देते हैं. हमें भी शौचालय नहीं बनने तक शौच के बाद मिट्टी डालनी होगा. इसके बाद ग्रामीण महिलाओं एवं पुरूषों द्वारा वृद्घावस्था पेंशन , ग्रामीण आवास योजना की शेष राशि , गली , जल निकासी की समस्याओं से रूबरू हुए.

15 अक्टूबर तक खुले में शौच मुक्त होगा गाँव, दिलाई गयी शपथ.

ग्रामीणों ने शपथ लिया कि 15 अक्तूबर तक गांव को खुले में शौच से मुक्त कर लिया जायेगा. कार्यक्रम के अंत में सभी ग्रामवासियों को संकल्प दिलाया कि सभी अपने घरों में शौचालय जरूर बनायेंगे. जिससे प्रेरित होकर गांव के ही महाराज राम ने घोषणा किया एक सप्ताह के अंदर शौचालय जरूर बनायेंगे. इस सभा के दौरान भूमि समाहर्ता राजेश कुमार , सीडीपीओ नीरू बाला , पीओ गौरव कुमार , सामाजिक कार्यकर्ता मदन उपाध्याय सरपंच पति सत्येन्द्र कुशवाहा सहित अन्य लोग उपस्थित थे. 














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