Buxar Top News: गौ पूजा कर हर्षोल्लास के साथ मनायी गयी गोवर्द्धन पूजा, भगवान कृष्ण को लगाया गया 56 भोग ..
बंसाव मठ में गोवर्धन पूजा का आयोजन किया गया.
- मठाधीश्वर अच्युत प्रपन्नाचार्य जी महाराज ने किया गौ पूजन.
- पूजा में शामिल हुए सैकड़ों श्रद्धालु.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: नगर में स्थित बसांव मठ में मंगलवार को हर्षोल्लास के साथ गोवर्द्धन पूजा की गयी. वैदिक मंत्रोचार के साथ श्री गोवर्द्धन सवत्सा गौ पूजन किया गया. पूजनोत्सव कार्यक्रम में जिले के साथ ही बिहार, झारखंड एवं उत्तर प्रदेश के हजारों श्रद्धालु भक्तगण पूजा में शामिल होने के लिए मठ पर आए. पूजन उत्सव कार्यक्रम बांसाव मठ के मठाधीश्वर अच्युत प्रपन्नाचार्य जी महाराज कर कमलों द्वारा किया गया. कार्यक्रम में महाराज श्री के हाथो भगवान श्रीकृष्ण को 56 प्रकार के बनाए गए व्यंजनों का भोग लगाया गया. गौ माता का भी पूजन महाराज श्री ने अपने हाथों से किया. पूजनोत्सव कार्यक्रम में गौ पूजन के साथ गोवर्धन धारी भगवान श्री कृष्ण को छप्पन प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया. वही महाराज जी द्वारा अपने हाथों से गौ पूजन कार्यक्रम भी बहुत ही आकर्षक ढंग से किया गया. कार्यक्रम को देखने के लिए आए भक्तगण पूजा को देखकर आनंद सागर में डूबते-उतराते रहे. पूजा के दौरान भक्तगणों के जयकारे से पूरा इलाका भक्तिमय हो गया था. हजारों की संख्या में पूजा को देखने बसांव पहुंचे भक्त जनों ने महंत अच्युत प्रपन्नाचार्य जी महाराज द्वारा सवत्सा गौ पूजन का अलौकिक दृश्य देखकर भावविह्वल हो उठे. वही बालकृष्ण सह गौ माता के जय कारे से भक्तगणों ने पूरे वातावरण को भक्तिमय व भक्ति जयकारे से गुंजायमान कर दिया.
गोवर्द्धन की रक्षा कर कृष्ण ने अखंड परंपरा का कराया था दिग्दर्शन
बसाव पीठाधीश्वर श्री महाराज ने बताया कि गोवर्द्धन लीला के माध्यम से श्रीकृष्ण ने प्रकृति, कृषि, गौ रक्षा की अखंड परंपरा का दिग्दर्शन कराया है. व्यक्ति को भगवान की परंपरा में पड़कर जीवन बर्बाद करने से अच्छा है कि वह प्रकृति की गोद में जिए. प्रकृति के अनुसार जीवन यापन करें. कार्यक्रम में न केवल बसांव मठ के संत समाज शामिल हुए बल्कि अन्य मठों के संत भी इस अलौकिक दृश्य को देखने के लिए पहुंचे थे. पूजनोत्सव के बाद संत समाज एवं आश्रम पर आए भक्तगणों को 56 प्रकार के व्यंजनों का प्रसाद ग्रहण कराया गया. कार्यक्रम को सफल बनाने में मठ के शिष्य समुदाय के सभी संत लगे हुए थे जिनमें मुख्य रूप से श्री भोला बाबा, उद्धव प्रपन्नाचार्य, डॉ रामनाथ ओझा, अवधेश तिवारी ज्योतिषीजी, मनोज कुमार समेत अन्य संत तत्परता से भक्तगणों व कार्यक्रम को सफल बनाने में लगे हुए थे. कार्यक्रम पूजनोत्सव के बाद भक्तजनों व समाज के अन्य लोगों को प्रसाद ग्रहण कराया गया.
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