Buxar Top News: डीजे की धुन पर थिरकते युवाओं ने किया माँ की प्रतिमा का विसर्जन, संपन्न हो गया विजयादशमी महोत्सव ...
सोमवार को माँ दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन होने के साथ ही दस दिवसीय विजयादशमी महोत्सव संपन्न हो गया.
- नम आंखों के बीच माँ को दी गयी भावभीनी विदाई.
- डीएम. एसपी स्वयं लेते रहे व्यवस्था का जायजा, कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: सोमवार को माँ दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन होने के साथ ही दस दिवसीय विजयादशमी महोत्सव संपन्न हो गया.
सोमवार को मां की सारी प्रतिमाओं को परंपरागत तरीके से नम आंखों के बीच भावभीनी विदाई दी गई. इसको ले नगर के गंगा पुल, शिवाला घाट और रामरेखा घाट पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे. प्रत्येक घाट पर भारी संख्या में पुलिस बल के जवानों के साथ ही दंडाधिकारी और गोताखोर मौजूद थे. विसर्जन के लिए तीन मुख्य स्थल रामरेखा घाट, शिवाला घाट और गंगा पुल चिह्नित किए गए थे. जहां शहर समेत बाहर से आने वाली सभी प्रतिमा का विसर्जन किया जाना था। इसकी सभी पूजा समितियों को पूर्व में ही सूचना दी जा चुकी थी. इसके लिए सुबह से ही सभी स्थानों पर दंडाधिकारियों के साथ पुलिस पदाधिकारियों और पुलिस बल के जवानों को तैनात रहने के आदेश दिए गए थे. प्रत्येक घाट पर सुरक्षा के मद्देनजर गोताखोरों को भी तैनात किया गया था. घाटों पर बैरिकेडिंग करते हुए पानी के अंदर जाने की सीमा निर्धारित कर दी गई थी. हर घाट पर गोताखोर लोगों को बकायदा घेराबंदी से आगे नहीं बढ़ने की चेतावनी देते नजर आए.
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विसर्जन के दौरान जिलाधिकारी अरविन्द कुमार तथा आरक्षी अधीक्षक राकेश कुमार स्वयं विधि-व्यवस्था का जायजा लेते रहे. वहीं, सदर डीएसपी शैशव यादव तथा सदर अनुमंडल पदाधिकारी गौतम कुमार बारी-बारी से घाटों का निरीक्षण करने में लगे रहे. निर्देश के मुताबिक सुबह से ही ग्रामीण इलाकों से प्रतिमा का आगमन शुरू हो गया था. जिन्हें गंगा पुल की ओर प्रतिमा विसर्जन के लिए भेजने का क्रम भी लगातार जारी था. तो दूसरी ओर शहर के लगभग सभी पूजा पंडालों की प्रतिमा का विसर्जन रामरेखा घाट पर किया गया. इसको ले सुबह से शाम तक डीजे और गाजे बाजों का शोर पूरे शहर में पूरे दिन गुंजता रहा. विसर्जन के दौरान उड़ाए जा रहे अबीर और गुलाल से नगर की सड़कें रंग बिरंगी नजर आने लगी थी। आलम ये था कि प्रतिमा विसर्जन के लिए निकल रहे किसी भी जुलूस के करीब से निकलने पर हवा में उड़ रहे अबीर और गुलाल के रंग में लोग रंग जा रहे थे. सुबह से ही शुरू हुआ विसर्जन का सिलसिला देर शाम तक लगातार चलता रहा. हालांकि, जिला प्रशासन की चौकसी का नतीज़ा यह रहा कि इस दौरान कहीं से भी किसी हादसे की कोई सूचना नहीं मिली.
प्रशासनिक सुरक्षा के इंतजामों ने पूजा समितियों के लोग भी काफी काफी खुश दिखे उन्होंने बताया कि इस वर्ष का आयोजन काफी बेहतरीन रहा.
- बक्सर टॉप न्यूज़ के लिए राहुल कुमार की रिपोर्ट.
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