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Buxar Top News: वीडियो: बिहार सरकार के खिलाफ बालू व्यवसायियों ने खोला मोर्चा, आयोजित की आक्रोश सभा व आक्रोश मार्च, जिलाधिकारी को सौंपा मांग पत्र ..

बिहार सरकार के विरुद्ध बालू माफियाओं ने मोर्चा खोल दिया है.

- कहा, बालू लाइसेंस लेने के नियमों में परिवर्तन करें बिहार सरकार.
- सरकार पर लगाया माफ़ियाराज का लाने का आरोप.

बक्सर: बिहार सरकार के खिलाफ बिल्डिंग मटेरियल संघ के बैनर तले  बालू व्यवसायियों ने नगर के ज्योति प्रकाश चौक पर एक आक्रोश सभा का आयोजन किया. इस दौरान वक्ताओं ने कहा  की सूबे की सरकार गरीबों के पेट पर लात मार बड़े उद्योगपतियों और  माफियाओं को लाभ पहुंचाना चाहती है. एक और जहां सरकार शराबबंदी का ढोल पीट रही है वह है शराब कारोबार से जुड़े माफियाओं को लाभ पहुंचाने के लिए बालू लाइसेंस लेने के नए-नए नियम बना रही है. इस बात को बालू बिक्री के लाइसेंस के लिए लगाए नियमों को देखकर समझा जा सकता है. सरकार ने बालू बेचने के लिए लाइसेंस की अनिवार्यता तो कर दी है लेकिन  इसमें पुराने व्यवसायियों का ध्यान में न रखते हुए लॉटरी सिस्टम लगा दिया है. जिसके कारण पुराने व्यवसायियों के सामने अंधकारमय भविष्य दिखाई दे रहा है, वहीं दूसरी ओर बड़े बड़े उद्योगपति और माफिया एक साथ कई- कई नामों पर आवेदन दे रहे हैं. जिससे कि उनका बालू व्यवसाय में आना तय माना जा रहा है. दूसरी तरफ गरीब बालू व्यवसायी जो कि कई वर्षों से इसी व्यवसाय से अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं भुखमरी के शिकार हो गए हैं. ऐसे में सरकार द्वारा किया जा रहा दोहरा व्यवहार कहीं ना कहीं बिहार सरकार की गलत नीतियों को प्रदर्शित कर रहा है. वक्ताओं ने कहा कि बिहार सरकार सभी बालू विक्रेताओं को लाइसेंस निर्गत करें इससे एक और जहां उसे राजस्व की प्राप्ति होगी वह है गरीब बालू विक्रेताओं के समक्ष भी भुखमरी की स्थिति नहीं आएगी.

इस दौरान मौके पर युवा नेता रामजी सिंह भी पहुंचे जिन्होंने बालू व्यवसाईयों की तरफ से बिहार सरकार से मांग की कि वे सहानुभूति पूर्वक उनकी मांगों पर विचार करें. बाल व्यवसायियों के समर्थन में उन्होंने भी राज्य सरकार के विरुद्ध नारे लगाए.
सभा की अध्यक्षता कर रहे कार्यकारी अध्यक्ष एसके मिश्रा ने कहा कि सरकार सभी को अपने कार्य करते हुए समान अवसर प्रदान करे. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार व्यवसायियों को माफिया समझा बैठी है, जिसके कारण लॉटरी सिस्टम जैसे गलत नियमों को लेकर आयी है. सरकार की गलत नीति के कारण चालीस वर्षों से भी अधिक समय से बालू व्यवसाय में जुड़े व्यवसायियों के समक्ष भुखमरी की स्थिति आ गयी है. उन्होंने यह भी कहा कि तकरीबन एक साल पहले ही सरकार ने लाइसेंस देने के नाम पर पांच हजार रुपये लिया, लेकिन आज तक एक भी व्यवसाई को लाइसेंस नहीं मिला. वहीं पुन: तीस हजार रुपये लेकर लाइसेंस देने की बात कही जा रही है. 

दूसरी तरफ  पुराने  बालू विक्रेताओं का चालान रहते हुए भी उनके बालू को जप्त कर लिया जा रहा है, जो कि सरासर अन्याय है. व्यवसायियों ने एक स्वर में कहा की सरकार को बालू विक्रय के लिए बनाए गए नए नियमों में परिवर्तन करना ही होगा अन्यथा बालू व्यवसाय से जुड़ें लोगों की भुखमरी के जिम्मेवार सूबे के मुखिया नीतीश कुमार ही होंगे. मौके पर संजीव कुमार मिश्रा, गुड्डू  पांडेय,  सन्नी सिंह, शेरु सिंह, विनोद सिंह, राम प्रवेश राय, दिलीप यादव, प्रमोद कुमार सिंह, श्रीनाथ ओझा, संजय कुमार कुशवाहा, विनोद पांडेय, चंदन कुमार राय, दीपक कुमार, रविशंकर सिंह, अमित कुमार, प्रविण  समेत कई लोग मौजदू थे.

सभा के बाद  व्यवसाइयों का एक प्रतिनिधिमंडल  जिला अधिकारी अरविंद कुमार वर्मा से मिला जहां उन्होंने ज्ञापन सौंपकर जिलाधिकारी को अपनी समस्याओं से अवगत कराया. इस दौरान जिला पदाधिकारी ने भी उनकी समस्याओं को स्थानीय स्तर पर दूर करने का भरोसा दिलाया.
देखें वीडियो: 
 














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