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Buxar Top News: नोटबंदी की वर्षगांठ पक्ष और विपक्ष रहे आमने-सामने, गिनाए गए फ़ायदे-नुकसान ..

नोटबंदी की वर्षगांठ पर सियासी जंग नजर आयी.

- नोटबन्दी के दौरान मृत लोगों के लिए शहादत दिवस मनाए जाने की घोषणा.
- विभिन्न दलों ने गिनाए नोटबन्दी के नुकसान और फ़ायदे.


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर:  बक्सर: नोटबंदी की वर्षगांठ पर सियासी जंग नजर आयी. पक्ष और विपक्ष आमने-सामने नज़र आए. पक्ष ने जहाँ नोटबन्दी के फ़ायदे गिनाए वहीं विपक्षी नेताओं ने नोटबंदी और जीएसटी पर जमकर अपनी भड़ास को निकाली. 

भाजपा ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के नेतृत्व में कालाधन और भ्रष्टाचार के विरोध में एवं नोटबंदी के प्रथम वर्षगांठ पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया. राजकीय पुस्तकालय सभागार में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा के वरीय उपाध्यक्ष बलराम पांडेय ने की. जबकि, संचालन जिला महामंत्री मदनजी दूबे ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष निवेदिता सिंह ने कहा कि कालाधन और भ्रष्टाचार देश में महामारी का रूप चुका था. जिसे रोकने के लिए प्रधानमंत्री ने नोटबंदी और सभी खातों को आधार से जोड़ने जैसे कड़े फैसले देशहित में लिए. उन्होंने कहा कि 35 हजार करोड़ से ज्यादा जाली नोटों का प्रचलन देश में हो रहा था. जिसका प्रभाव अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा था. उन्होंने कहा कि 65 हजार रुपये का कालाधन अब तक पकड़ा जा चुका है. जिसमें बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री का घर भी शामिल है। कार्यक्रम को लोजपा अध्यक्ष अखिलेश सिंह, विश्वनाथ राम, ध्रुव तिवारी, संजय पासवान, कविंद्र दूबे, सच्चिदा भगत, भोला सिंह, निर्भय राय, पुनीत सिंह, आदित्य चौधरी, इंदू देवी आदि ने संबोधित किया. मौके पर सुशील राय, जय प्रकाश चौबे, शिवजी खेमका, धनंजय त्रिगुण समेत अन्य लोग मौजूद थे. 


बुधवार को काला दिवस के रूप में मनाने के लिए किला मैदान के रामलीला मंच पर राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी एवं राष्ट्रीय जनता दल के संयुक्त कार्यकर्ता एकत्रित हुए. काली पट्टी बांधकर किला मैदान से मुनीम चौक, यमुना चौक, पुलिस चौकी होते हुए समाहरणालय पहुंच कर एक विशाल आमसभा में की. आमसभा की अध्यक्षता राजद के जिलाध्यक्ष शेषनाथ यादव एवं संचालन कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष बजरंगी मिश्रा ने किया. सभा में मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व सांसद जगदानंद सिंह थे जिन्होंने नोटबंदी से हुई हानि को विस्तृत रूप से बताया. उनका कहना था कि गरीब, किसान, मजदूर की खून-पसीन की कमाई का एक बड़ा हिस्सा पूंजीपतियों के खाते में जा रहा है. बिहार प्रदेश कांग्रेस द्वारा नियुक्त प्रभारी प्रो. विकास कृष्ण सिंह ने कहा कि मोदी जी के अहंकार का जवाब जनता 2019 में देगी. मुख्य वक्ता में सदर विधायक संजय कुमार तिवारी, ब्रहम्पुर विधायक शम्भू नाथ यादव, पूर्व विधायक श्रीकान्त पाठक, पूर्व मंत्री छेदी लाल राम, पूर्व एमएलसी नन्द किशोर राम, अनिरूद्ध पाण्डेय, बच्चा यादव, कामेश्वर पाण्डेय, सर्फराज अहमद, संजय पाण्डेय, सत्येन्द्र यादव, राजारमण पाण्डेय, लालबाबू यादव, पप्पू यादव, विनय सिंह भरत यादव, नन्द किशोर लाल, बब्लू यादव, अंशु कुमार तिवारी, गणपति मंडल, करूणानिधि दूबे, परशुराम तत्वा, राजर्षि राय, गुप्तेश्वर चैबे, शारदा यादव, चन्द्रशेखर पाठक, भोला ओझा, बृज किशोर पाण्डेय, ललन दूबे, हरेन्द्र सिंह, अभिषेक जायसवाल, आशीष तिवारी, श्रीमन राय, सत्यप्रकाश पाण्डेय आदि लोग शामिल थे.

 वहीं शरद यादव गुट के जदयू कार्यकर्ताओं ने जिला संयोजक संतोष कुमार यादव के नेतृत्व में नोटबंदी के खिलाफ रोड मार्च किया गया. जिसमें शशिकांत प्रसाद, नंदलेश कुमार सिंह, वंश नारायण साह, याकूब अंसारी, शिवनारायण यादव, मनोज कुमार सिंह, कपिल मुनी ठाकुर, मनीष यादव आदि मौजूद रहे. वहीं दूसरी ओर बुधवार को भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी जिला परिषद के द्वारा जिलाधिकारी के समक्ष नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर काला दिवस के रूप में मनाया गया. जिसके तहत धरना दिया गया. धरने की अध्यक्षता पार्टी के जिला सचिव ज्योतिश्वर सिंह ने की. जिला सचिव ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा सरकार नोटबंदी करके हिन्दुस्तान के अर्थव्यवस्था को ही समाप्त कर दिया, जिला सचिव ने कहा कि नोटबंदी से काला धन तो नहीं आया, बल्कि काला धन सफेद हो गया. धरना को पूर्व सांसद कामरेड तेजनारायण सिंह ने भी सम्बोधित किया. पूर्व सांसद ने कहा कि अगर भाजपा द्वारा सरकार में आई तो, देश में राष्ट्रवाद के नाम पर तानाशाही का राज आ जायेगा, धरना को का. ओमप्रकाश सिंह, साहादेव आजाद, राजेन्द्र सिंह, लाल साहब मुखिया, सुदर्शन शर्मा, बबन सिंह, कपिल पासवान, शशि रावत, नागेन्द्र मोहन सिंह, केदार सिंह, जिला पार्षद, पारस राय ने संबोधित किया. नोटबंदी में सैकड़ों लोगों की मृत्यु हुई. उनलोगों को शहादत दिवस के रूप में भी पार्टी मनाती है.
















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