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Buxar Top News: वाह धरतीपुत्र ! ऐसे भाइयों पर तो नाज़ करेगी हर बहन ..



रविवार को कृष्णा के बहन की शादी है. कृष्णा ने किसी तरह अपनी बहन की शादी तय तो कर दी थी, लेकिन शादी में होने वाले इंतजाम को लेकर वह बहुत परेशान था. 

- युवा नेता रामजी सिंह ने पोछे लाचार मां और भाई के आंसू.
- मजलूमों की सेवा कर धरतीपुत्र के नाम से लोगों ने किया है अलंकृत.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: भगवान को ढूंढने के लिए लोग कहां कहां नहीं जाते है.  मंदिर, देवालयों में मत्था टेक कर लोग भगवान का कृपापात्र  बनने की कोशिश करते हैं.

लेकिन बक्सर के कुछ युवा  मजबूरों और बेसहारों के बीच  भगवान ढूंढने के लिए निकले हैं. बक्सर के धरतीपुत्र कहे जाने वाले युवा नेता रामजी सिंह के नेतृत्व में ये युवा कभी किसी बीमार माँ की संतान की रक्षा के लिए तत्पर दिखते हैं, तो कभी किसी बेसहारा के लिए अपना खून भी देते नजर आते हैं.

इसी क्रम में इटाढ़ी के रहने वाले कृष्णा केशरी जो दोनों पैर से विकलांग है, की मदद करने को ये युवा आगे आए. दरअसल वर्ष 2014 में पिता की मृत्यु हो गई, इस दुर्घटना के बाद मां और बहन की जिम्मेदारी उसके कंधों पर आ गई. अभी वह कुछ संभाल ही पाते कि वर्ष 2015 में ट्रेन की चपेट में आने के कारण कृष्णा ने अपने दोनों पैर गँवा दिए. पिता की मृत्यु और अपनी विकलांगता के बाद कृष्णा के लिए जीवन जैसे  पहाड़ की तरह  हो गया  है.इसी बीच रविवार को कृष्णा के बहन की शादी है. कृष्णा ने किसी तरह अपनी बहन की शादी तय तो कर दी थी, लेकिन शादी में होने वाले इंतजाम को लेकर वह बहुत परेशान था. कृष्णा ने अपनी परेशानी रामजी से साझा की. यह बात संज्ञान में आते ही वह युवा शक्ति सेवा संस्थान के अपने मित्रों के साथ इनके घर भी गए. रामजी ने बताया कि कृष्णा की परिस्थितियों को देखने समझने के बाद मन विचलित हो गया. मन में यही सवाल उठ रहा था कि क्या भगवान कभी इतना भी निर्दयी हो सकते हैं.

रामजी ने अपने साथियों  के साथ मिलकर  कृष्णा की मदद करने की ठानी. उन्होंने ने बहन की शादी के बाद उसके नए घर बसाने के लिए आवश्यक सामानों के अतिरिक्त चांदी का एक गहना भी दिया हालांकि, रामजी को इस बात का अफसोस रहा कि उसकी हैसियत इतनी नहीं कि वह अपनी मुंह बोली बहन को सोने का कोई गहना दे सके.

रामजी ने बताया कि "कृष्णा की माँ ने जब सारे सामानों को देखा तो उनकी आँख में आँसू भर गए. एक लाचार बहन के भाई बनने पर अच्छा लगा. उन्होंने बताया कि इस कार्य मे मदद देने के लिए कृष्णा वर्मा(ठठेरी बाजार), इटाढ़ी के गौतम पाठक, इन्द्रलेश पाठक(भाजपा) अजीत पाल , वजीर अंसारी, डॉ. प्रभुराम गुप्ता, समेत पूरे युवा शक्ति सेवा संस्थान को धन्यवाद देता हूँ. जिन लोगों के साथ के कारण आज एक लाचार बहन का भाई बनने का फर्ज निभाया."

रामजी ने यह भी कहा के बहन की शादी के दौरान युवा सेवा संस्थान के सभी युवा कृष्णा के भाई बनकर अपनी बहन की शादी में शामिल होंगे.















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