Buxar Top News: पति से हक़ के लिए ससुराल के सामने बेटे के साथ धरने पर बैठी विवाहिता ..
युवती ने कहा कि उसका प्रेम विवाह छह साल पहले चौगाईं के पप्पू वर्मा के साथ कोर्ट में हुआ था. शादी के बाद एक बेटा भी हुआ. वे लोग अपनी दुनिया में खुश थे, लेकिन उसके पति के परिवार वालों ने जबरदस्ती उसके पति की दूसरी शादी अपनी करा दी.
- बिना इजाजत विवाह करने की मिल रही सज़ा.
- पहली पत्नी के रहते पति ने रचाया दूसरा ब्याह.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: घरवालों के बिना सहमति के की गयी शादी के कारण एक व्यक्ति ने अपनी शादी के छह साल बाद ही पत्नी को दर-दर भटकने के लिए छोड़ दिया. पत्नी जब अपने बच्चे के साथ ससुराल न्याय मांगने पहुंची तो वहां भी उसके लिए दरवाजे बंद कर दिए गए. बाद में मौके पर पहुंची महिला पति के लिए चौगाई स्थित ससुराल के सामने मंगलवार से ही रात-दिन धरने पर बैठी रही. दूसरे दिन बुधवार को मामला मीडिया के संज्ञान में आने के बाद पुलिस से लेकर समाज के लोग हरकत में आए और उसे न्याय दिलाने का भरोसा देकर वहां से हटाया गया.
अपने पति से इंसाफ की मांग को लेकर दो दिनों तक पाँच वर्षीय बेटे के साथ धरने पर बैठी रही:
अपने ही घर के आगे धरने पर बैठी इस महिला को कुछ सामाजिक लोगों और प्रतिनिधियों द्वारा समझा-बुझाकर दरवाजे से हटाकर डुमरांव स्थित इसके आवास पर भेजा गया. भूख हड़ताल पर बैठी महिला ने कहा कि उसका प्रेम विवाह छह साल पहले चौगाईं के पप्पू वर्मा के साथ कोर्ट में हुआ था. शादी के बाद एक बेटा भी हुआ. वे लोग अपनी दुनिया में खुश थे, लेकिन उसके पति के परिवार वालों ने जबरदस्ती उसके पति की दूसरी शादी अपनी करा दी. इसकी भनक मिलते ही पति का हक पाने के लिए पिछले कई साल कोर्ट-कचहरी एवं पंचायत का चक्कर लगा रही है, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हो रही है.
विवाहिता का सवाल था कि वह अपने पांच साल के बेटे को लेकर कहां जाएगी और इस परिस्थिति में उसे क्या भविष्य दे पाएगी. तीन दिन पहले ससुराल स्थित घर में बहू का हक मांगने पहुंची तो ससुराल के लोग घर का दरवाजा नहीं खोला. सुबह से शाम तक तमाशबीन बने कुछ लोगों द्वारा समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन वह इस जिद पर अड़ी रही कि जबतक उसे घर में रहने नहीं दिया जाएगा वह अन्न का दाना नहीं ग्रहण करेगी. इस संबंध में महिला के पति पप्पू वर्मा ने माना कि उसने इस महिला के साथ शादी की है. हालांकि, एक पत्नी के रहते दूसरी शादी करने के सवाल पर वह चुप हो गया. उसका कहना था कि मौजूद परिस्थिति में उनके परिवार के लोग उक्त युवती को बहू स्वीकार नहीं कर सकते.
पंचायत करने पहुंच मुखिया:
मामला तूल पकड़ते देख केशोपुर के मुखिया संतोष कुमार वर्मा समेत कुछ लोगों ने पहल की. मुखिया ने पप्पू वर्मा के डुमरांव स्थित आवास को महिला के नाम रजिस्ट्री करने की बात कहकर उसे को वहां से हटने के लिए राजी किया. वहीं, ससुराल के लोगों ने भी कहा कि उनके बेटे से प्रेम विवाह किया है तो उसके रहने के लिए डुमरांव स्थित आवास में रहने की व्यवस्था की जाएगी.
मामले में मुरार थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि ससुराल में हक पाने के लिए दो दिनों से दरवाजे पर बैठे रहने की सूचना मंगलवार की शाम में मिली. इसके बाद उसकी सुरक्षा के लिहाज से वहां दो महिला आरक्षियों को तैनात कर दिया गया. हालांकि, किसी भी पक्ष ने पुलिस से शिकायत नहीं की है.
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