Buxar Top News: हृदय रूपी संसार में जब होगा परमात्मा का अवतार, तभी है जीवन की सार्थकता - आचार्य ।
बालिया कब बाल्मीकि बने और विश्वामित्र कब मेनका के पीछे भागने लगे यह भी नहीं कहा जा सकता. हम बेकार में दौड़ धूप करते हैं ईश्वर चाहे तो एक क्षण में मूढ़ तथा दूसरे क्षण में ज्ञानी बना दे.
- रामरेखा घाट स्थित रामेश्वर नाथ मंदिर में आयोजित है नौ दिवसीय संगीतमय रामकथा
- पांचवें दिन की कथा का हुआ आयोजन
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: श्री रामेश्वर नाथ सेवाश्रम न्यास समिति रामरेखा घाट बक्सर के तत्वाधान में सिद्धाश्रम विकास सेवा समिति द्वारा श्री रामेश्वर नाथ मंदिर परिसर में आयोजित नौ दिवसीय श्री राम कथा के क्रम में मंगलवार को पांचवें दिन कथावाचक साकेत वासी नेहा निधि परम पूज्य श्री नारायण दास भक्तमाली उर्फ मामा जी के कृपापात्र, आचार्य श्री रणधीर ओझा ने अपने श्री कथा के प्रसंग में नारद मोह की चर्चा करते हुए कहा कि, भगवान शंकर भगवती पार्वती को राम कथा सुनाते हुए कहते हैं कि देवी इस संसार में कोई भी ज्ञानी और मूढ़ नहीं है. शिवजी का स्पष्ट मत है कि जीव को जैसा बनाते हैं तब वह कैसा बनता है. ज्ञानी कब मूढ़ बन जाए यह कहा नहीं जा सकता. बालिया कब बाल्मीकि बने और विश्वामित्र कब मेनका के पीछे भागने लगे यह भी नहीं कहा जा सकता. हम बेकार में दौड़ धूप करते हैं ईश्वर चाहे तो एक क्षण में मूढ़ तथा दूसरे क्षण में ज्ञानी बना दे. पाँच वर्ष का ध्रुव भगवान की स्तुति करता है, जिस तरह कठपुतली का खेल चलता है. राम जन्म की व्याख्या करते हुए आचार्य श्री कहते हैं कि परमात्मा आज भी पुत्र बनने के लिए तैयार है. जब कोई दशरथ और कौशल्या की भूमिका निभाएं. शास्त्रों के अनुसार भगवान राम के जन्म का स्थान अयोध्या माना गया है. उन्होंने कहा कि हम लोग प्रत्येक वर्ष चैत्र शुक्ल पक्ष नवमी को राम जन्म मनाते हैं. लेकिन हमारे जीवन में अनुभूति तब होगी जब हमारे हृदय रूपी अयोध्या में भगवान राम का प्रकटीकरण हो. परमात्मा को सब की आवश्यकता है, चाहे वह किसी जाति या धर्म का हो मनु और शतरूपा के जीवन में दुनिया का सब सुख होते हुए भी उन्हें ऐसा महसूस होता था कि मेरा जीवन अधूरा है. जब तक परमात्मा के पुत्र रूप में प्राप्ति नहीं होती तब तक जीवन का कोई महत्व नहीं है. जीवन की सार्थकता तभी है जब हमारे हृदय में परमात्मा का अवतार हो. कथा के दौरान में गोपाल जायसवाल जी द्वारा कथा स्थल पर हलवा का प्रसाद वितरित कराया गया. राम कथा के दौरान आयोजक मंडल से रामस्वरूप अग्रवाल, सत्यदेव प्रसाद, रोहतास गोयल, हरिशंकर गुप्ता, साकेत कुमार श्रीवास्तव, विजय कुमार वर्मा(वार्ड पार्षद), राम नाथ ओझा, वैध श्याम बिहारी मिश्र, पूर्व भाजपा प्रत्याशी प्रदीप दूबे, रामकृपाल श्रीवास्तव सहित अन्य कई लोग उपस्थित थे.
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