Buxar Top News: धीरे-धीरे मंजिल की तरफ़ बढ़ता जा रहा रमजानुल मुबारक का पाक महीना ..
देर रात तक बक्सर व चौसा की अगल बगल की इबादत गाहे नमाजियों से गुलजार रह रही हैं. रमजान के पूरे एक माह का नमाज ए एशा वाद की जाने वाली तरावीह की नमाज ईद कर चाँद देखने तक पढ़ी जाती है.
मस्जिद में नमाज अदा करते लोग (फाइल इमेज) |
- रोजेदारों के उत्साह में कोई कमी देखने में नजर नही आ रही है.
- तरावीह सुन्नत है कुरान का सुनना और सुनना वाजिब है.
बक्सर टॉप न्यूज़,बक्सर: रमजानुल मुबारक का पाक महीना धीरे-धीरे अपनी मंजिल की तरफ बढ़ता जा रहा है बावजूद रोजेदार के उत्साह में कोई कमी नजर नही आ रही है. रोजेदार तरावीह की नमाज अदा करने के लिए बड़ी संख्या में जुट रहे है. इसके देर रात तक बक्सर व चौसा की अगल बगल की इबादत गाहे नमाजियों से गुलजार रह रही हैं. रमजान के पूरे एक माह का नमाज ए एशा वाद की जाने वाली तरावीह की नमाज ईद कर चाँद देखने तक पढ़ी जाती है. रमजान के महीने का दूसरा असर चल रहा है. इसे मगफिरत ए अशरा खा जाता है. क्योकि नवी ए करीम स०अ०व० ने फ़रमाया की तरावीह सुन्नत है कुरान का सुनना और सुनना वाजिब है. वही अधिवक्ता वसीम अकरम ने बताया की तरावीह के दौरान जो सख्त कुरान सुनता है उसे पढ़ने वाले से ज्यादा सबाब मिलता है. सबाब कब्र के अंधेरे गढ्ढे में उजाला पर रोशनी के तौर पर मिलता है.
राघव पांडेय
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