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Buxar Top News: अपराधियों को अपराध की खुली छूट, महीनों बाद भी साढ़े छह लाख की लूट के अपराधी पकड़ से बाहर ..



जिस समय घटना हुई उस समय गोलम्बर पर पुलिस भी मौजूद थी. जिसकी आंखों के सामने से अपराधी लूट की घटना को अंजाम देकर भाग निकले पर, पुलिस मूकदर्शक बनी तमाशा देखती रही.

- पकड़ना तो दूर अपराधियों की पहचान तक नहीं कर पाई है पुलिस.
- घटना के उद्भेदन के सारे आश्वासन साबित हो रहे झूठे.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: अपराधियों पर पुलिस की पकड़ ढीली हो चुकी है. नतीजा यह है कि वे खुलेआम घटना को अंजाम देते हैं और फिर बेख़ौफ़ होकर महीनों तक फ़रार रहते हैं और अगली घटना को अंजाम देने की तैयारियों में जुट जाते हैं. जब तक पुलिस उनके पास पहुँच पाती है तबतक वे ताबड़तोड़ कई घटनाओं को अंजाम देते रहते हैं. विगत 16 अप्रैल को स्थानीय गोलंबर पर बाइक सवार अपराधियों ने दिन दहाड़े किराना व्यवसायी से लूट की घटना को अंजाम दिया था. इस मामले में पुलिस आज तक अपराधियों की पहचान तक नहीं कर पाई. आलम यह है कि पुलिस की निष्क्रियता के कारण जिले में लगातार अपराध में वृद्धि दर्ज की जा रही है.

जिले में बढ़ते आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने में पुलिस जहां विफल रही है.वहीं जो घटनाएं हो रही हैं उनका उद्भेदन करने में भी पुलिस पूरी तरह नाकाम साबित हुई है. लूट की यह घटना विगत 16 अप्रैल को नगर थाना क्षेत्र के गोलम्बर पर दिन के लगभग बारह बजे अंजाम दी गई थी. तब गोलंबर स्थित होल सेल किराना व्यवसायी केदार साह के यहां काम करने वाले 25 वर्षीय धर्मेंद्र कुमार रूपयों से भरा बैग लेकर बैंक में पैसे जमा करने जा रहा था कि तभी बीच सड़क पर व्यस्त ट्रैफिक की परवाह किए बिना सफेद अपाची पर सवार अपराधियों ने पीछे से टक्कर मार दिया. जिससे बैग लिए धर्मेंद्र नीचे गिर पड़ा. और इतनी ही देर में अपराधी उसके हाथ से रूपयों से भरा बैग छीनकर सबकी आंखों के सामने भाग निकले. जिस समय घटना हुई उस समय गोलम्बर पर पुलिस भी मौजूद थी. जिसकी आंखों के सामने से अपराधी लूट की घटना को अंजाम देकर भाग निकले पर, पुलिस मूकदर्शक बनी तमाशा देखती रही. इस दौरान स्थानीय लोगों ने पास ही मौजूद निजी चिकित्सालय में जख्मी दुकानदार का उपचार कराया. सरेआम हुई लूट की इस घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस अपनी कागजी प्रक्रिया पूरी कर चलती बनी. लूट की इस घटना को ले पुलिस अधिकारियों द्वारा जल्द उद्भेदन के दिए गए आश्वासन अब तक कोरे साबित हुए हैं. इस मामले में पुलिस आज तक लूट में संलिप्त अपराधियों को पकड़ने की बात तो दूर पहचान तक कर पाने में असफल रही है.

बहरहाल सभी मामलों पर गौर करने के बाद यही प्रतीत होता है कि बक्सर पुलिस ने अपराधियों को अपराध करने की खुली छूट दे रखी है ...
















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