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Buxar Top News: कुव्यवस्था: 3 दिन से घायल पड़ा है अज्ञात लावारिस युवक, रेफर होने के बाद भी एंबुलेंस चालक पीएमसीएच ले जाने में कर रहे आनाकानी ।



व्यवस्थाओं में सुधार के लिए अस्पताल का प्रबंधन कोई पहल करता है और ना ही उसके कर्मी अपना सहयोग दे पाते हैं. नतीजतन लोग इलाज के अभाव में तिल-तिल कर मरने को मजबूर हो जाते हैं.

- बुधवार को रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन से मिला था अज्ञात युवक.
- चिकित्सकों द्वारा गुरुवार को ही किया जा चुका है पीएमसीएच रेफर.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: सदर अस्पताल में व्याप्त कुव्यवस्था की खबरें तो अक्सर सामने आती रहती हैं, लेकिन ना तो इन व्यवस्थाओं में सुधार के लिए अस्पताल का प्रबंधन कोई पहल करता है और ना ही उसके कर्मी अपना सहयोग दे पाते हैं. नतीजतन लोग इलाज के अभाव में तिल-तिल कर मरने को मजबूर हो जाते हैं. ताजा मामला एक बार पुनः अस्पताल की कुव्यवस्था को उजागर करता नजर आता है.


तीन दिन पहले स्टेशन पर मिला था घायल लावारिस युवक, शरीर पर बने हैं गहरे जख्म: 

बुधवार को दानापुर मुगलसराय रेलखंड के रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन पर एक लावारिस युवक घायल अवस्था में मिला था. युवक की उम्र तकरीबन 35 वर्ष रही होगी. रेलवे स्टेशन पर घायल व्यक्ति के मिलने की सूचना पर रेलवे सुरक्षा बल द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए युवक को कब्जे में लेकर राजकीय रेल पुलिस के सुपुर्द किया गया. राजकीय रेल पुलिस ने उसे बक्सर सदर अस्पताल पहुंचा कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली. अस्पताल में चिकित्सकों ने उसका इलाज शुरू किया। उसके हाथ में गहरे जख्म बने हुए थे. ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे उसके साथ किसी ने मारपीट की हो.

चिकित्सकों द्वारा गुरुवार को ही किया जा चुका है पीएमसीएच रेफर:

पूर्व की भांति ही प्राथमिक उपचार करने के बाद सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया. रेफर किए जाने के तकरीबन 48 घंटे बीत जाने के बाद भी सदर अस्पताल प्रबंधन उसे पटना पहुंचाए जाने की कोई व्यवस्था नहीं कर सका. हालांकि सूत्रों की माने तो एंबुलेंस चालकों ने ही उसे पटना ले जाने में कोई रुचि नहीं दिखाई. ऐसा इसलिए क्योंकि इस कार्य में उन्हें कोई अतिरिक्त आमदनी नहीं होने वाली। इसी वजह से वे घायल व्यक्ति को ले जाने में आनाकानी कर रहे हैं. दूसरी तरफ घायल की हालत बिगड़ती जा रही है.

कहते हैं अस्पताल प्रबंधक एंबुलेंस चालकों की मनमानी की बात है गलत, रेफर होने के बावजूद बक्सर में ही इलाज की हो रही है कोशिश:

मामले में सदर अस्पताल के प्रबंधक दुष्यंत कुमार सिंह से बात की गई तो वह एंबुलेंस चालकों का बचाव करते नजर आए. उन्होंने बताया कि एंबुलेंस चालकों की मनमानी गलत है। दरअसल, चिकित्सक यह प्रयास कर रहे हैं कि उसे यही ठीक कर दिया जाए.

अस्पताल प्रबंधक का यह बयान कहीं से भी पच नहीं रहा क्योंकि, अगर उस व्यक्ति की स्थिति बक्सर में ठीक करने लायक थी तो फिर उसे रेफर ही क्यों किया गया. बहरहाल समाचार लिखे जाने तक घायल व्यक्ति अस्पताल में पड़ा हुआ है.

















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