Header Ads

Buxar Top News: कुप्रथा के विरुद्ध खड़े हुए वरीय अधिवक्ता प्रेमचंद उपाध्याय, पौत्र की दहेजमुक्त शादी कर समाज के लिए बन रहे प्रेरणास्रोत ।



उन्होंने बताया कि  दहेज एक मानसिक बीमारी है. दहेज लोभी यह नहीं समझ पाते कि दहेज लेकर न सिर्फ वे सिर्फ वे अपने आत्मस्वाभिमान को गिरवी रख देते हैं बल्कि वे अपनी निम्न सोच को भी उजागर करते हैं. 

- वरीय अधिवक्ता ने कहा, दहेज है मानसिक बीमारी.
- पहल की हो रही सर्वत्र प्रशंशा. 

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: एक ओर जहां  दहेज का दानव अक्सर कई मासूम जिंदगियों को  निगलता नजर आता है,  वहीं समाज में कुछ ऐसे भी लोग हैं  जो  दहेज की इस कुप्रथा के खिलाफ खड़े होकर समाज को एक बेहतर संदेश दे रहे हैं.


दहेज एक मानसिक बीमारी- प्रेमचंद उपाध्याय:
वयोवृद्ध वरीय अधिवक्ता प्रेमचंद उपाध्याय अपने अपने पौत्र की शादी बिना दहेज के करने की अनुकरणीय पहल की है. हम से हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि  दहेज एक मानसिक बीमारी है. दहेज लोभी यह नहीं समझ पाते कि दहेज लेकर न सिर्फ वे सिर्फ वे अपने आत्मस्वाभिमान को गिरवी रख देते हैं बल्कि वे अपनी निम्न सोच को भी उजागर करते हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा चलाई जा रही पहल भी लोगों के लिए प्रेरणादायक है जिसका सम्मान हर व्यक्ति को करना चाहिए. उन्होंने बताया कि उनके पौत्र की दहेजमुक्त शादी कर हुए आत्म संतुष्टि का अनुभव आत्म संतुष्टि का अनुभव कर रहे हैं. विवाहपूर्व रिंग सेरेमनी के दौरान जिले के कई वरीय अधिवक्ताओं ने उपस्थित होकर वर-वधू को अपना आशीर्वाद प्रदान करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की मंगल कामना की. 

उपस्थित अधिवक्ताओं में तेज प्रताप सिंह, तेज प्रताप सिंह, रामनाथ ठाकुर, विनोद कुमार मिश्र, महेंद्र कुमार चौबे, रविंद्र कुमार मिश्र, अरविंद कुमार पांडेय औऱ अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए.

वरीय अधिवक्ता के इस नेक पहल की सर्वत्र प्रशंसा हो रही है बक्सर टॉप न्यूज़ भी उनकी सोच के लिए उन्हें साधुवाद देता है.

















No comments