Buxar Top News: न्याय नहीं मिलने से परेशान महिला दारोगा ने आत्महत्या की दी धमकी ..
उप चेयरमैन इंद्र प्रताप सिंह उर्फ बबन सिंह तथा एसआई अंजू कुमारी के बीच हुए विवाद मामले की आंच ठंडी होती नजर नहीं आ रही. मामले में चौथे दिन भी दोनों पक्षों में से किसी के आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है.
- शनिवार की शाम उप मुख्य पार्षद एवं महिला एसआई में हुई थी तीखी नोकझोंक.
- चार दिन गुजर जाने के बावजूद नहीं दर्ज हुई दोनों पक्षों की प्राथमिकी.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: गत शनिवार को स्थानीय जमुना चौक पर उप चेयरमैन इंद्र प्रताप सिंह उर्फ बबन सिंह तथा एसआई अंजू कुमारी के बीच हुए विवाद मामले की आंच ठंडी होती नजर नहीं आ रही. मामले में चौथे दिन भी दोनों पक्षों में से किसी के आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है.
खुद को बताया अपने ही विभाग की उदासीनता का शिकार:
दूसरी तरफ बुधवार को एसआई अंजू कुमारी द्वारा पत्रकारों को दिए गए अपने बयान में खुद को उन्हीं के विभाग की उदासीनता का शिकार बताया गया.साथ ही साथ उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि विभाग अगर उन के मामले में संज्ञान लेते हुए उचित कारवाई नहीं करती है तो वह मजबूरन आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाने को विवश होगी. उन्होंने पुलिसिया महकमे पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस अपनों के प्रति इस तरह का रवैया अपनाकर असामाजिक तत्वों का मनोबल बढ़ा रही है. उन्होंने बताया कि मामले में महज प्राथमिकी दर्ज करने के लिए वरीय अधिकारियों द्वारा नगर थानाध्यक्ष तथा नगर थानाध्यक्ष द्वारा वरीय पदाधिकारियों के ऊपर मामला फेंकते हुए प्राथमिकी दर्ज करने में आनाकानी की जा रही है.
वायरल वीडियो मामले में करेंगी मानहानि का मुकदमा:
उन्होंने कहा कि विभिन्न मीडिया माध्यमों द्वारा उनका गाना गाते हुए एक वीडियो वायरल किया जा रहा है जो पूरी तरह से एक महिला की अस्मिता के साथ खिलवाड़ है ऐसे में उन्होंने मामले की जानकारी महिला आयोग को देने के साथ-साथ संबंधित मीडिया चैनलों एवं न्यूज़ पोर्टलों के विरुद्ध मानहानि का दावा करने का फैसला किया है.
नगर परिषद उपाध्यक्ष को भी न्याय मिलने की है उम्मीद:
वहीं दूसरी तरफ मामले में उप चेयरमैन इंद्र प्रताप सिंह उर्फ बबन सिंह को भी पुलिस से न्याय मिलने का इंतजार है.उन्होंने कहा कि उनके द्वारा दिए गए आवेदन के आलोक में जांच करते हुए पुलिस ने अब तक दोषी पुलिस पदाधिकारी के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की है. हालांकि, उन्होंने उम्मीद जताई कि उन्हें न्याय अवश्य मिलेगा. उन्होंने एक बार फिर साफ किया कि जिस प्रकार महिला दरोगा द्वारा सार्वजनिक स्थल पर उनकी प्रतिष्ठा को तार-तार किया गया वह कहीं से भी माफी के लायक नहीं है. मामले को लेकर नगर में चर्चाओं का बाजार गर्म है.
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