Buxar Top News: बक्सर के बेटे ने निभाया कर्तव्य, पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी जी के श्राद्धकर्म के ब्रह्म भोज का किया आयोजन ...
उनके पिता की मृत्यु के बाद वह खुद को अनाथ महसूस कर रहे थे. जब अटल जी के मुंह से बेटा शब्द का संबोधन उन्होंने सुना तो वह उनको अपना पिता मान बैठे.
- ब्रह्म भोज में शामिल हुए नगर के कई गणमान्य.
- आयोजन की सूचना के बावजूद भाजपाइयों के सम्मिलित ना होने पर जताया दुःख.
बक्सर टॉप न्यूज,बक्सर: अटल जी का कोई बेटा नहीं था मैंने उन्हें अपना पिता माना था इसलिए अपने कर्तव्य के निर्वहन हेतु मैंने भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी की आत्मा की शांति के लिए श्राद्धकर्म का आयोजन कराया यह कहना है बक्सर के गोला बाज़ार के रहने वाले मंटू कुमार सिंह का. विधिविधानपूर्वक श्राद्ध कर्म संपन्न होने के बाद बुधवार को मंटू के द्वारा ब्रह्म भोज का आयोजन कराया गया जिसमें समाज के कई बुद्धिजीवी तथा प्रतिष्ठित जनों का आशीर्वाद मंटू को प्राप्त हुआ.
अटल ने कहा था बेटा मंटू ने पैर छूकर लिया था आशीर्वाद:
गोला बाज़ार के रहने वाले मंटू कुमार सिंह बताते हैं कि वर्ष 2004 में जब अटल जी बक्सर आए थे तो उन्होंने उनका पैर छूकर उनसे आशीर्वाद लिया था. पैर छूने पर अटल जी ने उन्हें बेटा कह कर संबोधित करते हुए खुश रहने का आशीर्वाद दिया था. मंटू बताते हैं कि उनके पिता की मृत्यु के बाद वह खुद को अनाथ महसूस कर रहे थे. जब अटल जी के मुंह से बेटा शब्द का संबोधन उन्होंने सुना तो वह उनको अपना पिता मान बैठे.
मृत्यु का दुखद समाचार सुनकर व्यथित हो गया था मन:
मंटू बताते हैं की अटल जी से 2004 के बाद उनकी दोबारा कभी मुलाकात नहीं हो पाई, फिर भी वह मन ही मन उनको पिता मान चुके थे. 16 अगस्त को जब उन्हें यह मालूम चला कि उनके पिता यानी अटल जी की तबीयत बहुत ज्यादा खराब है तो वह भगवान से उनकी शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे थे. इसी बीच संध्या 5:00 बजे उनकी मृत्यु का दुखद समाचार मिलने से मन व्यथित हो गया.
विधि विधान से किया श्राद्ध कर्म:
मंटू बताते हैं कि हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जब तक विधि-विधान से श्राद्ध कर्म नहीं किया जाए तो मृतक की आत्मा को शांति नहीं मिलती इस लिहाज से उन्होंने पूर्णता विधि विधान के साथ पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी का श्राद्ध कर्म किया. बुधवार को तेरहवीं के मौके पर ब्रह्म भोज का आयोजन करा कर ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति की कामना की.
भाजपाइयों के नहीं पहुंचने पर जताया दुख:
मंटू सिंह बताते हैं कि तमाम मीडिया माध्यमों के द्वारा सूचना मिलने के बावजूद भाजपा जिलाध्यक्ष समेत का कोई भी कार्यकर्ता अथवा नेता ब्रह्म भोज में शामिल होने के लिए नहीं पहुंचा था. यही नहीं इसके पूर्व भी किसी ने भी उनके द्वारा किए जा रहे हैं इस कार्य की जानकारी लेना मुनासिब नहीं समझा. अटल जी की मृत्यु पर आंसू बहाने वाले नहीं अन्य दलों के बड़े नेता भी इस कार्यक्रम में शामिल होने नहीं पहुंचे. हालांकि, उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का कोई मलाल नहीं है उन्होंने एक पुत्र होने का कर्तव्य निभाया है.
ब्रह्म भोज में शामिल होने के लिए उप मुख्य पार्षद बबन सिंह युवा शक्ति सेवा संस्थान के रामजी सिंह समेत नगर के तमाम गणमान्य बुद्धिजीवी मौजूद रहे.
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