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लंबित मानदेय भुगतान को लेकर डाटा एंट्री ऑपरेटरों ने सिविल सर्जन को सौंपा मांगपत्र ..

बताया कि मानदेय में देरी का कारण अस्पताल प्रबंधन की मनमानी है. डाटा एंट्री के अतिरिक्त भी उनसे कई प्रकार के कार्य करवाए जाते हैं, लेकिन जब मानदेय भुगतान की बात आती है तो उस पर टालमटोल होने लगता है.

- नियमित रूप से मानदेय के भुगतान नहीं किए जाने पर आक्रोशित हैं ऑपरेटर.
- ऑपरेटरों ने कहा, सिविल सर्जन ने एक हफ्ते की मांगी है मोहलत.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: लंबित मानदेय को लेकर हो रही परेशानियों के आलोक में बक्सर जिला अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत डाटा एंट्री आपरेटरों ने जिला महामंत्री आनंद कुमार सिंह के नेतृत्व में सिविल सर्जन को मांग पत्र सौंपा है. अपने मांग पत्र में उन्होंने बताया है, कि सभी कार्यरत डाटा एंट्री आपरेटरों का वर्ष 2017 के नवंबर दिसंबर 2018 के जनवरी फरवरी का भुगतान नहीं हो सका है. वहीं वर्ष 2018 में सितंबर अक्टूबर एवं नवंबर का मानदेय भी नहीं भुगतान किया जा सका है. मानदेय न मिलने से डाटा एंट्री आपरेटरों की हालत दयनीय हो गई है तथा उनके घरों में भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. ऐसे में उन्होंने सिविल सर्जन को मांग पत्र सौंपा. ऑपरेटरों ने बताया है कि कई ऑपरेटर तो ऐसे हैं जिन्हें तकरीबन 1 साल तक का मानदेय नहीं मिला है. उन्होंने बताया कि मानदेय में देरी का कारण अस्पताल प्रबंधन की मनमानी है. डाटा एंट्री के अतिरिक्त भी उनसे कई प्रकार के कार्य करवाए जाते हैं, लेकिन जब मानदेय भुगतान की बात आती है तो उस पर टालमटोल होने लगता है.

ऑपरेटरों ने जारी प्रेस में यह भी बताया है कि सिविल सर्जन में उन्हें शीघ्र ही मानदेय भुगतान का आश्वासन दिया है.
























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