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बक्सर पहुँचे डीजीपी ने पुलिसकर्मियों को सिखाएं पब्लिक-पुलिसिंग के गुर ..

बाद में उन्होंने अपने मातहतों को क्राइम कंट्रोल पर गुर भी सिखाए तथा लोगों से पुलिस की सहयोग करने की अपील की। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि वह 10 दिनों के अंदर पूरे सूबे से क्राइम के ग्राफ को कम करने की कोशिश करेंगे

- बक्सर पहुँचे डीजीपी का नेताओं की तरह हुआ भव्य स्वागत.

- डीजीपी ने मातहतों सिखाए क्राइम कंट्रोल के गुर, लोगों से सहयोग की अपील


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: डीजीपी बनने के बाद पहली बार बक्सर पहुंचे गुप्तेश्वर पांडेय का स्वागत नेताओं की तरह किया गया. उनके जिले के लोगों ने उन्हें फूल मालाओं से लाद दिया. सबसे पहले तो ब्रह्मपुर में उनका स्वागत किया गया तत्पश्चात यूथ ब्रिगेड द्वारा प्रतापसागर फिर स्थानीय लोगों द्वारा चुरामनपुर तथा गोलंबर के पास उनका स्वागत किया गया. बाद में वह जिला अतिथि गृह पहुंचे जहां उन्होंने अपने अंदाज में अपने लोगों से मुलाकात की. बाद में उन्होंने अपने मातहतों को क्राइम कंट्रोल पर गुर भी सिखाए तथा लोगों से पुलिस की सहयोग करने की अपील की। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि वह 10 दिनों के अंदर पूरे सूबे से क्राइम के ग्राफ को कम करने की कोशिश करेंगे. बाद में वह अपने गांव पहुंचे जहां अंगना में अपनी मां से आशीर्वाद लिया तथा परिजनों से मुलाकात कर वह पुनः पटना के लिए रवाना हो गए।

लोगों से आत्मीय मुलाकात के दौरान पेश की पब्लिक-पुलिसिंग की मिसाल:

"का हो चाचा का हाल बा .." बक्सर में अपने लोगों से मुलाकात के दौरान डीजीपी का अंदाज कुछ इसी तरह का रहा. इस दौरान उन्होंने हर परिचित का हाल- चाल पूछा एवं उनसे अपनी आत्मीयता प्रदर्शित की. उन्होंने जहाँ वरिष्ठ चिकित्सक सीएम सिंह से बेहद सम्मान तथा आत्मीयता से मुलाकात की तो भाजपा नेता भरत प्रधान तथा अपने पुराने साथियों से भी उसी आत्मीयता से मिले. जहाँ उन्होंने साबित रोहतासवी से शेर सुनाने की ज़िद कर दी वहीं युवाओं से भी उनका हाल चाल लेते नज़र आए. उनका लोगों से इस दोस्ताना माहौल में मिलना मौके पर मौजूद पुलिस कप्तान तथा अन्य पुलिसकर्मियों के लिए पब्लिक-पुलिसिंग की एक बड़ी सीख की तरह था. वहीं इसने लोगों को डीजीपी का कायल बना दिया.

कहा लोगों के सहयोग से ही हो सकता है अपराध का खात्मा:

मुलाकात के दौरान ही उन्होंने लोगों से बक्सर के हालात पर चर्चा करते हुए चिंता व्यक्त की तथा उनसे जाति, संप्रदाय, समुदाय से उठकर एक साथ अपराध के खिलाफ खड़े होने की अपील की उन्होंने लोगों से खासकर युवाओं से सीधा सवाल पूछा. उन्होंने सवाल किया कि आखिर क्या हो गया है इस बक्सर को? डीजीपी ने लोगों से कहा कि यह जिला ऋषियों और तपस्वियों का जिला रहा है. यहां का माहौल यदि अशांत हो रहा है तो यह चिंता की बात है. उन्होंने ने कहा कि लोगों के प्यार व विश्वास के बदौलत वह डीजीपी बने हैं. वह उनके विश्वास कायम रखते हुए जिले ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश से अपराध का नामोनिशान मिटाने का प्रयास कर रहे हैं. हालांकि इसके लोगों का सहयोग से अत्यावश्यक है.










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