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स्वास्थ्य प्रबन्धक ने लगाया चोरी का बेबुनियाद आरोप, मरीज से किया दुर्व्यवहार ..

इस बीच मरीज व उसके परिजन द्वारा सफाई दी जाती रही, लेकिन प्रबंधक ने उनकी एक नहीं सुनी. इस हंगामे से परिसर में भीड़ जमा हो गई. प्रबंधक का मन इतने से भी नहीं भरा, उन्होंने पुलिस को भी बुला दिया

- पुलिस ने किया हस्तक्षेप तब सुलझा मामला.

- स्वास्थ्य प्रबंधक घनेश प्रसाद ने लगाया था मोबाइल चोरी का आरोप.


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: कभी-कभार स्वास्थ्य कर्मी भी ऐसी गलती करते है. जिससे लोगो में नाराजगी हो जाती है. वही लोगो का गुस्सा बढ़ जाता है. वह कुछ भी करने को तैयार हो जाते है. इसका नजारा गुरुवार को देखने को मिला. जब चौसा पीएचसी के स्वास्थ्य प्रबन्धक का मोबाईल क्या चोरी हो गया. वह किसी पर बेबुनियाद आरोप लगा दुर्व्यवहार करने लगे. इसका खामियाजा मरीज व मरीज के परिजन को ही नहीं अस्पताल कर्मियों को भी भुगतना पड़ा. इसको लेकर अस्पताल परिसर में भीड़ जमा हो गई. स्वास्थ्य प्रबन्धक के दुर्व्यवहार से परिजनों को भीड़ की नजरों में शर्मिंदगी उठानी पड़ी. वह बार-बार कहते रहे हमारे पास जो है सब जांच कर लिया जाए. हमलोगो द्वारा कोई चोरी नहीं की गई. शोर- शराबे के बीच पुलिस पहुंची. मरीज तथा उसके परिजन की जांच करने व पूछताछ के बाद मामले को सलटाया और मरीज व उसके परिजन को उनके घर भेजा गया.

इस बाबत मिली जानकारी के अनुसार राजपुर प्रखण्ड के हरपुर गांव के राजेश कुमार की पत्नी पूजा कुमारी को प्रसव होना था. राजपुर पी एच सी बन्द होने पर वह बुधवार की शाम प्रसव कराने चौसा पीएचसी आए. सब कुछ ठीक से बिता वह गुरुवार को कागजी कार्रवाई पूरी करा एम्बुलेंस से घर के लिए निकल गए. एंबुलेंस से अभी वह कुछ ही दूर पहुंचे थे कि स्वास्थ्य केंद्र में प्रबन्धक घनश्याम प्रसाद का मोबाईल गुम हो गया. उसके बाद उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया तथा सरेंजा तक पहुंच चुकी एम्बुलेंस को वापस बुलाया. मरीज तथा उसके परिजन से पूछताछ के बाद भी जब प्रबंधक को विश्वास नहीं हुआ तो उन्होंने महिला मरीज तथा उनके परिजन की जाँच करायी. इस दौरान ममता कर्मी ने महिला की बाजाप्ता तलाशी ली गयी. इस बीच मरीज व उसके परिजन द्वारा सफाई दी जाती रही, लेकिन प्रबंधक ने उनकी एक नहीं सुनी. इस हंगामे से परिसर में भीड़ जमा हो गई. प्रबंधक का मन इतने से भी नहीं भरा, उन्होंने पुलिस को भी बुला दिया. पुलिसिया जांच के बाद एम्बुलेंस वाले से भी पूछताछ की गई जिसके बाद आश्वस्त होने पर पुलिस ने बाइज्जत मरीज तथा उसके परिजन को को घर के लिए विदा किया.
इधर कई अस्पताल कर्मियों ने भी स्वास्थ्य प्रबन्धक के इस व्यव्हार पर नाराजगी दिखायी. पहली बार इस अस्पताल में इस तरह का बवाल खड़ा हुआ था. वहीं आमजन भी इनके व्यवहार पर नाराजगी व्यक्त की.
















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