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वीडियो: वेलनेस सेंटर बना पशुओं का चारागाह ..

नशेड़ियों तथा चोर-उच्चकों को विभिन्न प्रकार की संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त देखा जाता है. इसका पुख्ता प्रमाण उस वक्त देखने को मिला था जब पिछले वर्ष तत्कालीन थानाध्यक्ष अविनाश कुमार ने गुप्त सूचना के आधार पर इसी परिसर से शराब से लदी कार को जप्त किया था


- गंदगी के कारण बढ़ जाता है बीमारियों का खतरा.

-  अंधेरा होते ही बन जाता है असामाजिक तत्वों की शरण स्थली.


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: शहरी आबादी को उनके घरों के पास ही स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मुहैया कराने के उद्देश्य से नगर में बने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का परिसर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की उदासीनता के चलते आवारा पशुओं का चारागाह बनकर रह गया है. एक तरफ जहां वेलनेस सेंटर के उद्घाटन के दौरान सांसद तथा विधायक श्रेय लेने की होड़ में एक दूसरे से मंच पर ही भिड़ गए थे. वहीं दूसरी तरफ उद्घाटन के बाद इस वेलनेस सेंटर की सुध लेने वाला कोई भी नहीं है. इस सेंटर में जहाँ चिकित्सकीय सुविधाओं के आभाव की बात सामने आती रहती है वहीं स्थानीय निवासी अस्पताल परिसर में हीअपने पालतू जानवरों को बांध देते हैं। यही नहीं आवारा पशु भी इस परिसर में खुलेआम विचरण करते तथा गंदगी फैलाते नज़र आते हैं. वहीं रात के अंधेरे में यहाँ असामाजिक तत्व भी संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त रहते हैं. ऐसे में वेलनेस सेंटर रोगों के उपचार का केंद्र न होकर उन्हें बीमार डालने का केंद्र बन कर रह गया है.


प्रवेश करते ही गंदगी का होता है सामना:

मुख्य द्वार से प्रवेश करते ही द्वार के दाहिने और कचरे का अंबार जमा है, जिसके ऊपर सूअर तथा आवारा पशु घूमते हुए देखे जा सकते हैं. गंदगी से निकलने वाली तीव्र दुर्गंध अस्पताल परिसर में प्रवेश करने वाले लोगों का स्वागत करती है. उस वक्त स्थिति यह होती है कि लोग नाक पर रुमाल रखकर अंदर प्रवेश करते हैं.

रक्त अधिकोष के रक्त के दूषित होने की रहती है आशंका: 

बताया जा रहा है कि आसपास के रहने वाले हैं स्थानीय लोग पालतू पशुओं को परिसर में ही बांध कर रखते हैं. इस कारण भी परिसर में गंदगी फैली रहती है. बताया यह भी जाता है कि जो पशु बांधे गए हैं उनमें से कुछ अस्पताल में काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा भी पाले गए हैं. ऐसा प्रतीत होता है कि यह स्वास्थ्य केंद्र न होकर तबेला बन गया हो. गंदगी के कारण इसी परिसर में अवस्थित रेडक्रॉस के रक्त अधिकोष के रक्त के भी दूषित होने की संभावना गंदगी के कारण रहती है.

अंधेरा होते हैं असामाजिक तत्वों का बन जाता है अड्डा:

नगर के मध्य में स्थित वेलनेस सेंटर के परिसर में अंधेरा होते ही असामाजिक तत्वों का जमावड़ा हो जाता है. नशेड़ियों तथा चोर-उच्चकों को विभिन्न प्रकार की संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त देखा जाता है. इसका पुख्ता प्रमाण उस वक्त देखने को मिला था जब पिछले वर्ष तत्कालीन थानाध्यक्ष अविनाश कुमार ने गुप्त सूचना के आधार पर इसी परिसर से शराब से लदी कार को जप्त किया था. हालांकि, अभी भी स्थिति जस की तस ही है. 

मामले में हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर के नोडल ऑफिसर डॉ. आशुतोष कुमार सिंह ने बताया कि परिसर के बीच के खाली स्थान की बैरिकेडिंग करते हुए पौधारोपण कराए जाने तथा परिसर की साफ-सफाई का प्रस्ताव वरीय अधिकारियों को भेजा जा रहा है. इससे पर्यावरण संरक्षण के साथ आवारा पशुओं तथा असामाजिक तत्वों के प्रवेश पर भी रोक लगेगी.











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