Header Ads

राजपुर उपद्रव: नामजद अभियुक्तों, छुटभैया नेताओं समेत कईयों पर एफआईआर, पहचान में जुटी पुलिस ..

उपद्रव के बहाने राजपुर में  रामगढ़ वाली भयावह स्थिति  उत्पन्न करने की साजिश  रची गई थी. गांव के कुछ युवकों ने  पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर उपद्रवियों का डटकर सामना किया

- जमकर मचाया था अस्पताल में उपद्रव.

- उपद्रवियों को चिन्हित कर रहा है प्रशासन.



बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: राजपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत भलुहां बाजार में मंगलवार की सुबह  ट्रक  से कुचलकर ट्रैक्टर सवार दो लोगों की मौत के बाद उपद्रव के बहाने राजपुर में  रामगढ़ वाली भयावह स्थिति  उत्पन्न करने की साजिश  रची गई थी. गांव के कुछ युवकों ने  पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर उपद्रवियों का डटकर सामना किया. तब जाकर स्थिति पर काबू पाया जा सका. अगर गांव के कुछ युवक  पुलिस के समर्थन में नहीं आते तो थाना में भी आग लगा दिया जाता. अस्पताल प्रशासन के तरफ से थाना के तरफ से तथा रोड जाम करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज  कराई जाएगी तथा उपद्रव में शामिल युवकों को चिन्हित कर उनके खिलाफ एफआईआर करते हुए कार्रवाई की जाएगी. 



बताते चलें कि हाल ही में एक घटना में भीड़ ने रामगढ़ में जमकर उत्पात मचाया था और थाने को फूंक दिया था. उस घटना में डीएसपी समेत कई पुलिस अधिकारी गंभीर रूप से घायल हुए थे. राजपुर में मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सुबह छह बजे ट्रक के धक्के से पशु चारा लदे ट्रैक्टर से जा रहे जैतपुरा गांव के दो ग्रामीण ध्रुव राजभर और चालक गिरिजा राजभर गिर पड़े और ट्रक के चक्के के नीचे आ गए. ध्रुव की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गिरिजा ने अस्पताल जाने के क्रम में दम तोड़ा. घटनास्थल से लगभग तीन किलोमीटर दूर मृतकों के गांव से पहुंचे ग्रामीणों और परिजनों ने वहां सड़क जाम कर दिया.  इसी बीच किसी ने अफवाह फैला दी कि घायल का समय पर इलाज होता तो उसकी जान बच जाती. इसके बाद पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए लगभग दो सौ की संख्या में उपद्रवियों ने पास ही में थाने में घुसकर पुलिस पर हमला बोल दिया. इस दौरान थाने में जो भी सामान दिखा, उसकी तोडफोड़ की. कुछ उपद्रवी पीएचसी में घुस गए और मरीजों को जबरन बाहर निकाल दिया.  उस समय पीएसची में लगभग एक दर्जन मरीज इलाजरत थे और इतनी ही संख्या में कर्मी थे. उनके बाहर निकलते ही भीड़ तोड़फोड़ करने लगी. इसी दौरान कुछ उपद्रवियों ने जांच घर में आग लगा दी.  जिससे वहां लाखों रुपये की मशीनें धू-धू कर जलने लगीं. उपद्रवियों ने थाने में जब्त केरोसिन से भरे टैंकर को भी फूंकने का प्रयास किया.  इसे देख राजपुर के कुछ स्थानीय युवकों ने साहस दिखाया और उपद्रवियों को लाठी के बल पर खदेड़ा. युवकों को देख पुलिस का मनोबल बढ़ा और उन लोगों ने युवकों के साथ मिलकर उपद्रवियों को थाना से बाहर खदेड़ा. स्थानीय युवक मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि थाने में तोड़फोड़ की जानकारी मिलने पर राजपुर गांव से बहुत से युवक वहां पहुंचे और थाने में आगजनी का प्रयास कर रहे उपद्रवियों को खदेड़ा. युवकों ने बताया कि अगर उपद्रवी टैंकर में आग लगाने में सफल हो जाते तो भारी तबाही मच जाती. बाद में जिला मुख्यालय से डीएसपी सतीश कुमार कई थानों की पुलिस के साथ पहुंचे और हालात को काबू में किया.  मौके पर आरक्षी अधीक्षक उपेन्द्र नाथ वर्मा और अनुमंडलाधिकारी केके उपाध्याय भी पहुंचे और थाना एवं अस्पताल का मुआयना कर घटना की जानकारी ली. पूरे गांव पर चलेगा दफा 107 का केस. राजपुर में उपद्रव मामले में प्रशासन ने सख्त तेवर अख्तियार करते हुए कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है. एक ओर एसपी उपेन्द्रनाथ वर्मा ने थानाध्यक्ष को तोड़फोड़ व आगजनी के मामले में अधिकांश उपद्रवियों की पहचान कर नामजद प्राथमिकी दर्ज करने को कहा है. साथ ही भीड़ को उकसाने वाले छुटभैये नेताओं की भी पहचान कर उन पर कानूनी शिकंजा कसने के निर्देश दिए हैं.  वहीं अनुमंडलाधिकारी के.के उपाध्याय ने बताया कि जैतपुरा गांव के लोगों पर दफा 107 के तहत कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि निर्दोष को परेशान नहीं किया जाएगा. लेकिन दोषियों की पहचान कर उन्हें जेल भेजा जाएगा.











No comments