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डुमराँव को बम से दहलाने की साजिशकर्ताओं का संरक्षक गिरफ्तार ..

पिछले 22 फरवरी को डुमरांव के छठिया पोखरा मोहल्ला स्थित किराये के मकान से कई व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को बम से उड़ाने की तैयारी कर रहे चार अपराधियों को पुलिस टीम द्वारा गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया गया

- अपराधी चंदन गुप्ता का चचेरा भाई है अशोक गुप्ता.

-  डुमराव में अपराधियों को पनाह देने में शामिल.



बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: डुमराँव पुलिस को मंगलवार को बड़ी सफलता मिली है. नगर में गोली बारी और रंगदारी मांगने कर दहशत फैलाने वाले अपराधियों के संरक्षक अशोक गुप्ता को पुलिस ने कसियां गांव से गिरफ्तार कर लिया गया. दरअसल, पुलिस को जानकारी मिली कि अपराधकर्मी चंदन गुप्ता का चचेरा भाई अशोक गुप्ता होली के दिन से ही अपने गांव कसिया में आया है. जिसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया.


गिरफ्तार अशोक गुप्ता कसियां गांव निवासी ब्रह्मेश्वर प्रसाद का पुत्र है. जो डुमरांव में सिद्धांत उर्फ ब्रिगेडियर के साथ मिलकर अपराधियों को पनाह देता था. तथा डुमरांव नगर के व्यवसायियों के बारे में जानकारियां अपराधियों तक पहुंचाने का काम करता था.  पिछले 22 फरवरी को डुमरांव के छठिया पोखरा मोहल्ला स्थित किराये के मकान से कई व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को बम से उड़ाने की तैयारी कर रहे चार अपराधियों को पुलिस टीम द्वारा गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार अपराधियों से हुई पूछताछ के बाद पता चला कि निमेज टोला के सिद्धांत उर्फ ब्रिगेडियर एवं पुराने अपराधी चंदन गुप्ता के चचेरे भाई अशोक गुप्ता जो नगर के हरिजी के हाता मोहल्ला में रहता है. उनके द्वारा अपराधियों को अपने यहां पनाह दी जाती है.  

आंखों में है कम रोशनी फिर भी करता था बड़े काम:

बताया जा रहा है कि पकड़े गए अपराधी को आंखों से कम दिखाई देता है बावजूद इसके वह बड़े-बड़े आपराधिक वारदातों में शामिल था. उसने बताया कि जब सिद्धांत उर्फ ब्रिगेडियर की गिरफ्तारी हुई तो वह वहां से भाग निकला था. बाद में पुलिसिया दबिश के कारण सिद्धांत उर्फ ब्रिगेडियर ने न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया था. लेकिन अशोक गुप्ता अभी भी फरार चल रहा था. इसी बीच उसकी गिरफ्तारी हुई है। बता दें कि इसके पूर्व अपराधी सिद्धांत उर्फ ब्रिगेडियर के घर छापेमारी हुई थी. जहां से पुलिस को कई आपत्तिजनक कागजों के अलावे कई मोबाईल तथा असलहों खोखे बरामद हुए थे. 


मामले में डुमराँव एसडीपीओ के के सिंह ने बताया कि जेल में बंद अपराध ब्रिगेडियर को रिमांड पर लिए जाने के लिए न्यायालय में आवेदन दिया गया है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अपराधी कर्मी डुमराँव में व्यवसायियों को धमकाने, गोली बारी तथा बम-ब्लास्ट की साजिश रचने वाले अपराधियों का संरक्षक है. से दहलाने की साजिशकर्ताओं का संरक्षक गिरफ्तार ..

पिछले 22 फरवरी को डुमरांव के छठिया पोखरा मोहल्ला स्थित किराये के मकान से कई व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को बम से उड़ाने की तैयारी कर रहे चार अपराधियों को पुलिस टीम द्वारा गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया गया.

- अपराधी चंदन गुप्ता का चचेरा भाई है अशोक गुप्ता.
-  डुमराव में अपराधियों को पनाह देने में शामिल.


बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: डुमराँव पुलिस को मंगलवार को बड़ी सफलता मिली है. नगर में गोली बारी और रंगदारी मांगने कर दहशत फैलाने वाले अपराधियों के संरक्षक अशोक गुप्ता को पुलिस ने कसियां गांव से गिरफ्तार कर लिया गया. दरअसल, पुलिस को जानकारी मिली कि अपराधकर्मी चंदन गुप्ता का चचेरा भाई अशोक गुप्ता होली के दिन से ही अपने गांव कसिया में आया है. जिसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया.


गिरफ्तार अशोक गुप्ता कसियां गांव निवासी ब्रह्मेश्वर प्रसाद का पुत्र है. जो डुमरांव में सिद्धांत उर्फ ब्रिगेडियर के साथ मिलकर अपराधियों को पनाह देता था. तथा डुमरांव नगर के व्यवसायियों के बारे में जानकारियां अपराधियों तक पहुंचाने का काम करता था.  पिछले 22 फरवरी को डुमरांव के छठिया पोखरा मोहल्ला स्थित किराये के मकान से कई व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को बम से उड़ाने की तैयारी कर रहे चार अपराधियों को पुलिस टीम द्वारा गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार अपराधियों से हुई पूछताछ के बाद पता चला कि निमेज टोला के सिद्धांत उर्फ ब्रिगेडियर एवं पुराने अपराधी चंदन गुप्ता के चचेरे भाई अशोक गुप्ता जो नगर के हरिजी के हाता मोहल्ला में रहता है. उनके द्वारा अपराधियों को अपने यहां पनाह दी जाती है.  

आंखों में है कम रोशनी फिर भी करता था बड़े काम:

बताया जा रहा है कि पकड़े गए अपराधी को आंखों से कम दिखाई देता है बावजूद इसके वह बड़े-बड़े आपराधिक वारदातों में शामिल था. उसने बताया कि जब सिद्धांत उर्फ ब्रिगेडियर की गिरफ्तारी हुई तो वह वहां से भाग निकला था. बाद में पुलिसिया दबिश के कारण सिद्धांत उर्फ ब्रिगेडियर ने न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया था. लेकिन अशोक गुप्ता अभी भी फरार चल रहा था. इसी बीच उसकी गिरफ्तारी हुई है। बता दें कि इसके पूर्व अपराधी सिद्धांत उर्फ ब्रिगेडियर के घर छापेमारी हुई थी. जहां से पुलिस को कई आपत्तिजनक कागजों के अलावे कई मोबाईल तथा असलहों खोखे बरामद हुए थे. 


मामले में डुमराँव एसडीपीओ के के सिंह ने बताया कि जेल में बंद अपराध ब्रिगेडियर को रिमांड पर लिए जाने के लिए न्यायालय में आवेदन दिया गया है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अपराधी कर्मी डुमराँव में व्यवसायियों को धमकाने, गोली बारी तथा बम-ब्लास्ट की साजिश रचने वाले अपराधियों का संरक्षक है.
















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