जिले में चल रहा कुपोषण के विरुध्द अभियान, 1 माह में मिले 100 से ज्यादा अति कुपोषित बच्चे ..
मुजफ्फरपुर समेत अन्य जिलों में चमकी बुखार से बच्चों की मौत के बाद राज्य सरकार इस बात को लेकर गंभीर है कि कोई भी बच्चा कुपोषण का शिकार ना हो. सदर अस्पताल में पोषण पुनर्वास केंद्र की स्थापना की गई है. यहां उन बच्चों तथा तथा उनकी मां अथवा किसी एक केयरटेकर को रखा जाता है
- कुपोषण को दूर भगाने के संकल्प के साथ कार्य कर रहा प्रशासन
- पोषण पुनर्वास केंद्र में बढ़ रही मरीजों की संख्या.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: सरकार के निश्चय को साकार करते हुए जिले को कुपोषण मुक्त बनाने के अभियान में कुपोषित बच्चों की पहचान कर उनका इलाज कराया जा रहा है इस अभियान के तहत शुक्रवार को सदर अस्पताल में एक दिन में 36 बच्चे लाए गए. सभी अति कुपोषण के शिकार हैं. जुलाई में शुरू हुई मुहिम में अबतक जिले में सौ से ज्यादा कुपोषित बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल लाया जा चुका है.
दरअसल, मुजफ्फरपुर समेत अन्य जिलों में चमकी बुखार से बच्चों की मौत के बाद राज्य सरकार इस बात को लेकर गंभीर है कि कोई भी बच्चा कुपोषण का शिकार ना हो. सदर अस्पताल में पोषण पुनर्वास केंद्र की स्थापना की गई है. यहां उन बच्चों तथा तथा उनकी मां अथवा किसी एक केयरटेकर को रखा जाता है, जो कुपोषण के शिकार हो. यहां सभी कुपोषित बच्चों तथा उनकी माताओं को उचित पोषाहार देने की व्यवस्था की गई है, जिससे उनमें कुपोषण को दूर किया जा सके. अब इस मुहिम का असर दिखा है. यहां आने वाले अधिकांश बच्चों का परिवार काफी गरीब है और पौष्टिक आहार लेने में अक्षम है. हालांकि, आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषाहार वितरण व्यवस्था की गई है, लेकिन इसके बाद भी इतनी बड़ी संख्या में जिले में कुपोषित बच्चों का मिलना इस व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है. पोषण पुनर्वास केंद्र के प्रभारी जावेद आबेदी ने बताया कि जिले के विभिन्न प्रखंडों से पहुंचे बच्चों को उचित पोषण युक्त पोषाहार दिया जा रहा है. जिससे कि उनके शरीर में पोषक तत्वों की कमी पूरी की जा सके.
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