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लड़कियों के प्रति समाज में फैले भ्रम को ताइक्वांडो खिलाड़ी सृष्टि ने किया दूर - पूर्व सैनिक संघ

कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर बक्सर के खिलाड़ी ने ताइक्वांडो में विजेता होकर नाम रौशन किया, जो बक्सर जिले के लिए गौरव की बात है. सृष्टि राज ने राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल हासिल कर लड़कियों के प्रति समाज में फैले भ्रांति खत्म करने की प्रेरणा दी है.

- पूर्व सैनिक संघ के द्वारा आयोजित किया गया था सम्मान समारोह
- सैनिकों की समस्याओं को लेकर भी आयोजित हुई बैठक.

जागरण संवाददाता, बक्सर: शनिवार को बिहार राज्य पूर्व सैनिक संघ ने बैठक सह सम्मान समारोह  का आयोजन जिला कार्यालय पर किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष रामनाथ सिंह ने की. कार्यक्रम में  सबसे पहले पूर्व सैनिकों की समस्याओं को सुना गया और निदान का भरोसा दिलाया गया. बैठक में पूर्व सैनिकों की मुख्य समस्या इसीएचएस, इपीपीओ तथा घायल सैनिक के पेंशन पर विस्तार से चर्चा की गई. वहीं, ताइक्वांडो में विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया.

जिलाध्यक्ष रामनाथ सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर बक्सर के खिलाड़ी ने ताइक्वांडो में विजेता बनकर नाम रौशन किया, जो बक्सर जिले के लिए गौरव की बात है. सृष्टि राज ने राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल हासिल कर लड़कियों के प्रति समाज में फैले भ्रांति खत्म करने की प्रेरणा दी है. सिल्वर और ब्रांज मेडल पानेवाले खिलाड़ी सागर कुमार, आयुष कुमार और खुशी कुमारी  को सम्मानित किया गया. इस दौरान डीके मिश्रा, केशव सिंह, महेश प्रसाद, शिव मंगल सिंह, दयाशंकर यादव, ओम प्रकाश गुप्ता, सुमेर ठाकुर, सुभाष मिश्रा के साथ कई पूर्व सैनिक मौजूद थे.

मालूम हो कि, बीते 27 जून को प्रदेश के मुंगेर जिले में राज्यस्तरीय ताइक्वांडो चैम्पियनशिप प्रतियोगिता में बक्सर ताइक्वांडो एसोसिएशन के सक्रेटरी मृत्युंजय राय, मुख्य सलाहकार शैलेश सिंह,जूडो सक्रेटरी त्रिलोकी नाथ तिवारी,मंटू कुमार सहित उज्जवल सिंह के सयुक्त अध्यक्षता में जिले से कुल 7 खिलाड़ियों ने प्रतियोगिता में भाग लिया था, जिसमे बक्सर निवासी प्रदीप कुमार की बेटी सृष्टि राज ने स्वर्ण पदक जीत कर जिले का गौरव बनी तो वही सागर कुमार ने सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया. जबकि खुशी राज एवं आयुष कुमार ने ब्रॉन्ज मेडल हाशिल कर राज्य में जिले का परचम लहराया. खिलाड़ियों के उत्साहवर्धन में पूर्व सैनिक संघ के जिला अध्यक्ष रामनाथ सिंह का विशेष योगदान रहा









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