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जिले 28 हज़ार छात्र-छात्राओं के भविष्य के लिए आंदोलन की चेतावनी ..

उन्होंने कहा कि, सरकार द्वारा अंगीभूत कालेजों मे ना तो सीटें बढ़ाई जा रही है और ना ही संबंधता प्राप्त कालेजों को नामांकन के लिए आदेश दिया जा रहा है. ऐसे में यह पता ही नहीं चलता कि, सरकार द्वारा किस प्रकार का बदला सूबे के विद्यार्थियों के साथ लिया जा रहा है. 

- कॉलेजों की संबद्धता खत्म होने से हो रही है परेशानी.
- युवा नेता ने पूछा, सरकार क्यों कर रही है छात्रों के भविष्य से खिलवाड़.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर:  स्नातक के प्रथम वर्ष में नामांकन के लिए बक्सर जिले के करीब 28 हजार छात्र छात्राओं का भविष्य अंधकार में पड़ा हुआ है. करीब 3 महीने पहले इंटरमीडिएट का रिजल्ट आया. लेकिन, दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से अभी तक कहीं पर भी इन विद्यार्थियों का नामांकन नहीं हो पाया है. यह कहना है युवा नेता सोनू दूबे का.
उन्होंने बताया कि, सूबे के डिग्री कालेजों की मान्यता रद्द हो जाने से विद्यार्थियों का अंधकारमय हो गया है. खासकर दियारा के बाढ़ग्रस्त क्षेत्र. सिमरी प्रखंड अंतर्गत डीएसएसबी कॉलेज में नामांकन लेने वाली दियारा क्षेत्र के केशवपुर, मानिकपुर, राजपुर पर्सनपाह, तिलक राय के हाता, राजापुर, गंगौली, नियाज़ीपुर, बयासी सहित तमाम गांवों​ के छात्राओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि, सरकार द्वारा अंगीभूत कालेजों मे ना तो सीटें बढ़ाई जा रही है और ना ही संबंधता प्राप्त कालेजों को नामांकन के लिए आदेश दिया जा रहा है. ऐसे में यह पता ही नहीं चलता कि, सरकार द्वारा किस प्रकार का बदला सूबे के विद्यार्थियों के साथ लिया जा रहा है. 

उन्होंने पूछा कि, सरकार ऐसा सौतेला व्यवहार कर छात्र-छात्राओं की जिंदगी के साथ खिलवाड़ क्यों कर रही है? सरकार एक तरफ बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की बात कर रही है तो दूसरी ओर उनके भविष्य को रसातल में ले जाने से तनिक भी हिचक नहीं रही हैं.

उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार द्वारा इस गंभीर विषय पर कोई कठोर निर्णय नहीं लिया गया तो भविष्य में एक राज्यव्यापी आंदोलन किया जाएगा.












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