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लुकाछिपी खत्म, अनंत सिंह ने किया सरेंडर, बक्सर में भी था इंतजार ..

उन्होंने कहा था कि मैं कोर्ट में सरेंडर करूंगा. अनंत सिंह ने आरोप लगाया था कि पुलिस उन्हें फंसा रही है. गुरुवार को जारी तीसरे वीडियो में अनंत सिंह ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मेरे घर पर हथियार रखवाया और पुलिस की साजिश है कि मेरे हाथ में हथियार रखकर गिरफ्तारी करे. 
- 47 तथा हैंड ग्रेनेड बरामद होने के बाद फरार हो गए थे विधायक.
- बक्सर व्यवहार न्यायालय में सरेंडर करने के भी लगाए जा रहे थे कयास.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: छह दिन तक पुलिस के साथ लुकाछिपी के बाद मोकामा विधायक अनंत सिंह ने दिल्ली के साकेत कोर्ट में सरेंडर कर दिया.  इसके पूर्व गुरुवार को बक्सर व्यवहार न्यायालय में भी मोकामा विधायक के सरेंडर करने की संभावना जताई जा रही थी. जिसको लेकर लोग पूरे दिन न्यायालय कर्मियों से पूछताछ करते रहे. हालांकि, अनंत सिंह ने ऐसा नहीं किया और उन्होंने दिल्ली में सरेंडर किया .

दरअसल, अनंत सिंह के बाढ़ के लदमा स्थित घर से पुलिस ने 16 अगस्त को छापा मारकर 1 एके 47 राइफल, दो ग्रेनेड और गोलियां बरामद की थी. 17 अगस्त की रात को पुलिस ने अनंत सिंह की गिरप्तारी के लिए पटना स्थित उनके आवास पर छापा मारा था, लेकिन वह फरार हो गए थे.

फरार होने के दौरान के दौरान अनंत सिंह ने तीन वीडियो जारी किया. तीनों वीडियो में उन्होंने कहा था कि मैं कोर्ट में सरेंडर करूंगा. अनंत सिंह ने आरोप लगाया था कि पुलिस उन्हें फंसा रही है. गुरुवार को जारी तीसरे वीडियो में अनंत सिंह ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मेरे घर पर हथियार रखवाया और पुलिस की साजिश है कि मेरे हाथ में हथियार रखकर गिरफ्तारी करे. ऐसा नहीं होग. मैं कोर्ट में सरेंडर करूंगा. मुझे न्यायालय पर भरोसा है. उधर विधायक के सरेंडर की सूचना पर पटना पुलिस दिल्ली रवाना हो गई है. पुलिस अनंत सिंह को बिहार लाएगी.

अनंत सिंह के घर से मिला था एके-47 

मोकामा विधायक अनंत सिंह के बाढ़ के लदमा स्थित घर पर 16 अगस्त को पुलिस ने छापेमारी की थी. पुलिस ने एके-47, दो हैंड ग्रेनेड व 26 कारतूस बरामद किया था. एके-47 प्लास्टिक के साथ कार्बन से पैक थी. कार्बन से इसलिए पैक किया गया था ताकि शिफ्ट करने के दौरान अगर वाहन की जांच हो तो पुलिस और मेटल डिटेक्टर की पकड़ में न आए. घर के खपरैल कमरे में संदूक के पीछे एके-47 रखी थी. वहीं, बगल के झोपड़ीनुमा रूम में हैंड ग्रेनेड व कारतूस मिले थे. पुलिस ने विधायक व उनके केयरटेकर सुनील राम के खिलाफ यूएपी एक्ट, आर्म्स एक्ट व विस्फोटक अधिनियम व आईपीसी की विभिन्न धाराओं के खिलाफ बाढ़ थाना में मामला दर्ज किया था. पुलिस ने सुनील को तो गिरफ्तार कर लिया पर अनंत सिंह सरकारी आवास से फरार हो गए थे.

17 अगस्त को फरार हुए थे अनंत सिंह

पुलिस ने अनंत सिंह की गिरफ्तारी के लिए 17 अगस्त की देर रात करीब डेढ़ बजे उनके पटना स्थित सरकारी आवास पर छापेमारी की थी. रात 2:30 बजे के बाद भी पुलिस उनके आवास को खंगालती रही थी. विधायक अपने आवास पर नहीं मिले थे. बताया जा रहा था कि, वह शाम को वकील से मिलने की बात कहकर होंडा सिटी कार से निकल गए थे.

यूएपी एक्ट के पहले आरोपी हैं अनंत सिंह:

अनंत सिंह पर यूएपीए की धारा 13, विस्फोटक अधिनियम और आईपीसी की धारा 414, 120 बी के तहत बाढ़ थाने में केस दर्ज किया गया है. हाल में संसद ने यूएपी एक्ट में संशोधन किया है। संशोधन के बाद बिहार में अनंत सिंह पहले आरोपी हैं.

हत्या के मामले में 2015 में हुए थे गिरफ्तार:

बाढ़ के पुट्टुस यादव मर्डर केस में अनंत सिंह 23 जून 2015 को गिरफ्तार हुए थे. 17 जून की रात बाढ़ से चार युवकों को अगवा किया गया था. तीन तो वापस आ गए थे, लेकिन चौथे युवक पुट्टुस यादव की लाश लदवांपाल इलाके से मिली थी. पुट्टुस यादव मर्डर केस में विधायक का नाम उछला था. गिरफ्तार लोगों में से कुछ ने विधायक अनंत सिंह का नाम लिया था.

गिरफ्तारी के समय पुलिस को अनंत सिंह के घर से खून से सना कपड़ा और प्रतिबंधित हथियार मिले थे. अनंत सिंह के घर से पुलिस ने इंसास राइफल की 6 खाली मैगजीन और बुलेटप्रूफ जैकेट बरामद किया था.

नीतीश के करीबी थे बाहुबली अनंत सिंह:

मोकामा से निर्दलीय विधायक अनंत सिंह की गिनती बिहार के बाहुबली नेताओं में होती है. अनंत कभी नीतीश के करीबी थे. वह 2005 में पहली बार जदयू के टिकट से चुनाव जीते. 2010 में भी वह जदयू के विधायक बने. 2015 के चुनाव से पहले हत्या के एक मामले में जेल जाना पड़ा. इस दौरान जदयू ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया. जेल से ही अनंत सिंह ने चुनाव लड़ा और निर्दलीय विधायक बने.














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