भारतीय संस्कृति को नजदीक से जानने के लिए बक्सर पहुंचे विदेशी सैलानी
बक्सर पहुंचे सैलानियों ने कथकौली मैदान के निरीक्षण के दौरान जहां बक्सर वासियों से मिले स्नेह से अभिभूत होकर यह कहा कि, यहां के लोगों से मिले स्नेह ने बिहार के प्रति प्यार को और बढ़ा दिया है. हालांकि, उन्होंने धरोहरों की दुर्दशा पर चिंता जताई.
- पर्यटन विभाग के जहाज पर सवार होकर पटना से बक्सर पहुंचे थे पर्यटक.
- कहा, लोगों के स्नेह ने बढ़ा दिया है बिहार के प्रति प्यार.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: भारतीय संस्कृति तथा सभ्यता को नजदीक से जानने समझने के लिए हर वर्ष लाखों की तादाद में विदेशियों का आगमन भारत तथा बिहार में होता रहता है. बक्सर में भी प्रतिवर्ष कई सैलानी ऐतिहासिक धरोहरों को निहारने तथा जानने समझने के लिए पहुंचते है. इसी क्रम में रविवार को पर्यटन विभाग द्वारा चलाई जा रही राजमहल जहाज से चार ब्रिटिश नागरिक अपनी यात्रा के क्रम में बक्सर पहुंचे. बक्सर पहुंचकर उन्होंने जहां कथकौली के लड़ाई मैदान का अवलोकन किय. वहीं, फिर अपने पूर्वजों की कब्र को देखने कोइरपुरवा में अवस्थित अंग्रेज कब्रिस्तान पहुंचे जहां पहुंचकर उन्होंने श्रद्धा से अभिभूत होकर अपने पूर्वजों को नमन किया.
पर्यटकों के साथ उनकी मदद के लिए पहुंचे गाइड पंकज कुमार तथा शुभेंदु ने बताया कि, सभी सैलानी पटना से जलमार्ग से चुनार तक की अपनी यात्रा में गंगा के सीमावर्ती इलाकों में घूम कर भारतीय संस्कृति की समृद्ध विरासत से अवगत हो रहे हैं. बक्सर आने से पूर्व उन्होंने उत्तर प्रदेश के शिवरामपुर गांव का भ्रमण किया. बक्सर यात्रा के बाद अब उनका अगला पड़ाव गाजीपुर का होगा। उन्होंने बताया कि, यात्रा उत्तर प्रदेश के चुनार पहुंचकर समाप्त होगी. जहां पहुंचकर सैलानी विंध्य पर्वत के दर्शन करने के साथ-साथ उससे जुड़ी बहुत सी बातों को समझने और जानने का प्रयास करेंगे.
बक्सर पहुंचे
सैलानियों ने कथकौली मैदान के निरीक्षण के दौरान जहां बक्सर वासियों से
मिले स्नेह से अभिभूत होकर यह कहा कि, यहां के लोगों से मिले स्नेह ने
बिहार के प्रति प्यार को और बढ़ा दिया है. हालांकि, उन्होंने धरोहरों की
दुर्दशा पर चिंता जताई. यूके से आए मिस्टर एंड मिसेज हटसन ने बताया कि,
सरकार तथा स्थानीय प्रशासन को धरोहरों के संरक्षण तथा संवर्धन की तरफ ध्यान
देना चाहिए. वहीं, अंग्रेज कब्रिस्तान को देखने के दौरान भी उन्होंने यही
बात दोहराई. अंग्रेज दंपत्ति के साथ दो अन्य ब्रिटिश नागरिक मिस गैलिमा तथा
मिस्टर लिंड भी बक्सर पहुंचे थे.
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