निबंध के माध्यम से कैदियों ने बताया, जेल में कैसा है उनका जीवन ..
उन्होंने बताया कि, इस तरह के आयोजनों से कैदियों के व्यवहार एवं विचारों में परिवर्तन आता है तथा अपनी सजा पूरी करने के बाद बाहर जाकर वह एक सभ्य नागरिक के रूप में समाज में अपना योगदान देते हैं.
- हिंदी दिवस के मौके पर केंद्रीय कारा में आयोजित हुई निबंध प्रतियोगिता.
- चयनित प्रतिभागियों के लेख पत्रिका में होंगे प्रकाशित.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: हिंदी दिवस के अवसर पर सूबे की सभी जेलों के साथ-साथ केंद्रीय कारा में भी निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. प्रतियोगिता में केंद्रीय कारा में रह रहे बंदियों के साथ-साथ सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने हिस्सा लेकर "केंद्रीय कारा में मेरे जीवन का लक्ष्य" विषय पर निबंध लिखें. प्रतियोगिता सफल प्रतिभागियों में से विजेता घोषित करते हुए पुरस्कृत किया गया.
इस विषय में जानकारी देते हुए केंद्रीय कारा के कारा उपाधीक्षक सतीश कुमार सिंह ने बताया कि महानिदेशक कारागार के द्वारा प्राप्त निर्देशों के आलोक में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. सजायाफ्ता कैदियों के साथ साथ जेल की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने भी हिस्सा लिया तथा अपनी लेखन प्रतिभा का प्रदर्शन किया.
उन्होंने बताया कि, कैदियों तथा सुरक्षाकर्मियों के चयनित कविताओं अथवा लेखों को भविष्य में प्रकाशित होने वाली पत्रिका में स्थान दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि, इस तरह के आयोजनों से कैदियों के व्यवहार एवं विचारों में परिवर्तन आता है तथा अपनी सजा पूरी करने के बाद बाहर जाकर वह एक सभ्य नागरिक के रूप में समाज में अपना योगदान देते हैं. कारा उपाधीक्षक ने बताया कि, इस आयोजन को लेकर कैदियों तथा सुरक्षाकर्मियों में खासा उत्साह देखने को मिला.
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