वीडियो: 10 बीघा जमीन बनी दो भाइयों की हत्या का कारण ..
गोलियां पृथ्वीनाथ सिंह के गले तथा सीने में लगी थी. माना जा रहा है कि, घटना को अंजाम देने वाले अपराधी शार्प शूटर ही होंगे. क्योंकि, उन्होंने इस हिसाब से गोलियां चलाई हैं कि गोली लगने के बाद किसी के लिए बच पाना संभव नहीं है. घटना की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. अस्पताल में पहुँचे मृतक के भाई माँ तथा अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था.
- जुलाई माह में ही हुई थी शिक्षक भाई की हत्या.
- विवादित जमीन की खरीद तथा कब्जे से जुड़ा था मामला.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: नगर का सोमेश्वर का स्थान मोहल्ला गंगा के समीप बसा हुआ एक शांत मोहल्ला है. लेकिन शुक्रवार की सुबह अचानक से गोलियों की गूंज ने लोगों को दहशत से भर दिया. हालांकि, पहले तो लोगों को यह लगा है कि, पटाखे फूट रहे हैं. लेकिन, जब सड़क पर खून से लथपथ गिरे पृथ्वीनाथ सिंह को लोगों ने तड़पते देखा तो उनके होश उड़ गए. आनन-फानन में मौके पर पहुंचे लोगों ने तुरंत ही घटना की सूचना पुलिस तथा पृथ्वीनाथ सिंह के घर वालों को दी. जिसके बाद मौके पर पहुंचे घर वालों ने घायल को उठाकर सदर अस्पताल पहुंचाया जहां उनकी मौत हो गई. पृथ्वीनाथ सिंह स्थानीय निजी मैरिज हॉल में बतौर सिक्योरिटी गार्ड काम करते थे गुरुवार को उनकी नाइट ड्यूटी थी. जो ड्यूटी खत्म आपने घर की तरफ से लौट रहे थे. इसी बीच पहले से घात लगाए अपाचे बाइक पर सवार दो नकाबपोश अपराधियों ने उनको निशाना बनाकर गोलियां चला दी. गोलियां पृथ्वीनाथ सिंह के गले तथा सीने में लगी थी. माना जा रहा है कि, घटना को अंजाम देने वाले अपराधी शार्प शूटर ही होंगे. क्योंकि, उन्होंने इस हिसाब से गोलियां चलाई हैं कि गोली लगने के बाद किसी के लिए बच पाना संभव नहीं है. घटना की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. अस्पताल में पहुँचे मृतक के भाई माँ तथा अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था.
तो क्या 10 बीघे जमीन ने ले ली दो भाइयों की जान?
बताया जा रहा है कि, मृतक इटाढ़ी थाना क्षेत्र के भीखमपुर गांव के रहने वाले थे. पिछले 19 जुलाई को मृतक के चचेरे भाई तथा पेशे से शिक्षक सत्येंद्र कुमार सिंह की हत्या जमीनी विवाद को लेकर भी गई थी. माना जा रहा है कि, मामला 10 बीघा जमीन से जुड़ा हुआ है. पुलिस के मुताबिक प्रारंभिक जांच में दोनों घटनाएं एक दूसरे से जुड़ी हुई प्रतीत हो रही हैं. असल में, शिक्षक सत्येंद्र कुमार सिंह इटाढ़ी थाना क्षेत्र के कटरियां मध्य विद्यालय में कार्यरत थे. इन लोगों के द्वारा थाना क्षेत्र के चांदू डेहरा के पास गिरी परिवार से 10 बीघा जमीन खरीदी गयी थी. इसी जमीन को लेकर विक्रेता के पाटीदारों तथा उनके बीच विवाद था. घटना के समय वह उसी खेत पर गए थे तभी उनकी हत्या कर दी गई. बताया जा रहा है कि उस हत्याकांड के गवाह के रूप में पृथ्वी नाथ सिंह का नाम था. ऐसे में एक बार फिर उसी परिवार में हुई हत्या ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि, क्या उसी 10 बीघे जमीन के लिए यह दूसरी हत्या है?
परिजन कर रहे थे हथियार के लाइसेंस की मांग:
शुक्रवार को हुई हत्या के बाद परिजन अचानक से आक्रोशित हो गए तथा कोचस बक्सर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग के साथ-साथ मृतक के भाई जगनारायण सिंह का कहना था कि, पुलिस अब उनकी रक्षा करने में सक्षम नहीं है. ऐसे में उन्हें आत्मरक्षार्थ हथियार रखने की अनुमति तथा इसके लिए लाइसेंस प्रदान किया जाए.
लोग देते रहे दुहाई लेकिन 3 घंटे तक टस से मस नहीं हुए लोग:
अस्पताल में घायल पृथ्वीराज सिंह की मौत के पश्चात सड़क जाम कर रहे परिजनों से सड़क पर यात्रा कर रहे लोगों के बीच कई बार झड़प हो गई. दरअसल, लोग अपने महत्वपूर्ण कार्यो का हवाला दे रहे थे. लेकिन, आक्रोशित परिजन उन्हें जाने नहीं देना चाह रहे थे. ऐसे में कई बार मामला गर्म होता रहा. हालांकि, मौके पर मौजूद लोगों की समझदारी से बात आगे नहीं बढ़ी.
एसपी के हस्तक्षेप पर 3 घंटे बाद खत्म कराया गया जाम:
घटना के बाद आक्रोशित परिजनों ने सुबह 10 बजे से ही बक्सर कोचस मुख्य मार्ग जाम कर दिया था. वह मृतक का शव सड़क पर ही रखकर प्रदर्शन कर रहे थे. उनका कहना था कि, एक ही परिवार में हुई दूसरी हत्या के बावजूद उनकी सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है. ऐसे में वह हथियार के लाइसेंस की मांग कर रहे थे. घटना की सूचना मिलने के पश्चात मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक ने लोगों को आश्वस्त किया कि, शीघ्र ही हत्यारों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी. जिसके बाद जाम खत्म कराया गया.
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