शाखा प्रबंधक की मिलीभगत से 14 लाख रुपये की अवैध निकासी मामले में एक गिरफ्तार ..
आरोपितों में से एक करमा निवासी दिनेश सिंह पिता जगरनाथ सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि, इस पूरे फर्जीवाड़े का सरगना करमा गांव निवासी पप्पु यादव नामक व्यक्ति था. जिसने तत्कालीन शाखा प्रबंधक से मिलीभगत करते हुए केसीसी लोन में फर्जीवाड़ा किया था.
- धनसोई थाना क्षेत्र के सिकठी गांव का है मामला.
- वर्ष 2018 में शाखा प्रबंधक की मिलीभगत से किया गया था गोलमाल.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: धनसोई थाना क्षेत्र के सिकठी गाँव में वर्ष 2018 में हुए 14 लाख रुपये फर्जीवाड़े के मामले में तत्कालीन शाखा प्रबंधक समेत आठ लोगों के विरूद्ध वर्ष 2018 में ही नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. जबकि सेवानिवृत्त शाखा प्रबंधक समेत अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है.
इसकी जानकारी देते धनसोंई थानाध्यक्ष बिगाउ राम ने बताया कि सिकठी बैंक में फर्जीवाड़ा किए जाने का यह मामला 2018 का है. जिसकी जानकारी होते ही मौजूदा शाखा प्रबंधक द्वारा धनसोई थाना में तत्कालीन शाखा प्रबंधक समेत स्थाीनय आठ लोगों के विरूद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. मामले में पुलिस अनुसंधान के दौरान आरोप सत्य पाने के बाद आरोपितों में से एक करमा निवासी दिनेश सिंह पिता जगरनाथ सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि, इस पूरे फर्जीवाड़े का सरगना करमा गांव निवासी पप्पु यादव नामक व्यक्ति था. जिसने तत्कालीन शाखा प्रबंधक से मिलीभगत करते हुए केसीसी लोन में फर्जीवाड़ा किया था. इस दौरान विभिन्न फर्जी नामों से तकरीबन 14 लाख का बैंक लोन निकासी की गई थी. मामला संज्ञान में आने के बाद मौजूदा शाखा प्रबंधक द्वारा इसकी जांच में फर्जीवाड़ा पाए जाने के बाद मामले में संलिप्त सभी आठ लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. जिसमें तत्कालीन शाखा प्रबंधक का भी नाम शामिल है. मामले में सेवानिवृत्त शाखा प्रबंधक समेत अन्य फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छापेमारी चल रही है. बताया जा रहा है कि सेवानिवृत्त शाखा प्रबंधक आरा के रहने वाले हैं ऐसे में उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस आरा भी जा सकती है.
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