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छठ गीतों से गुंजायमान हुआ जेल परिसर, कैदी भी देंगे भगवान भास्कर को अर्घ्य ..

इस संदर्भ में कारा अधीक्षक विजय कुमार अरोड़ा ने बताया कि कैदियों की सुविधा के लिए अगर प्रशासन की तरफ से हर प्रकार की मदद की जा रही है. साथ ही साथ केंद्रीय कारा में अवस्थित पोखर की साफ सफाई कराकर उसे बेहतर ढंग से सजाया गया है.

 - जेल में कैदियों ने किया खरना
- नहाय-खाय के साथ शुरु किया महाअनुष्ठान


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: आस्था के महापर्व छठ का उत्साह अपने चरम पर है. लोग जहां छठ की तैयारियों में जुटे हुए हैं वहीं श्रद्धालुओं ने नहाय-खाय के साथ ही अनुष्ठान का शुभारंभ कर दिया है. वहीं, जेल में बने मंदिर के ध्वनि विस्तारक यंत्र से गूंज रहे छठ के गीतों ने माहौल को छठमय बना दिया हैं. केंद्रीय कारा में बंद एक पुरुष तथा महिला कारा में बंद सात महिला कैदी इस महाअनुष्ठान उत्थान का हिस्सा बन रहे हैं. जेल में बंद कैदियों उसको जेल प्रशासन की तरफ से सभी प्रकार के सहायता प्रदान की जा रही है. साथ ही साथ उन्हें पूजन सामग्री भी उपलब्ध करायी है. जेल में बंद कैदियों ने भी नहाय-खाय के साथ अनुष्ठान का आरंभ करते हुए खरना का प्रसाद बनाया तथा ग्रहण किया. आज सभी कैदी केंद्रीय कारा में बने पोखर तथा महिला कारा में बनाए गए कृत्रिम पोखर में भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य देंगे. इस संदर्भ में कारा अधीक्षक विजय कुमार अरोड़ा ने बताया कि कैदियों की सुविधा के लिए अगर प्रशासन की तरफ से हर प्रकार की मदद की जा रही है. साथ ही साथ केंद्रीय कारा में अवस्थित पोखर की साफ सफाई कराकर उसे बेहतर ढंग से सजाया गया है. महिला कारा में भी कृत्रिम पोखर का निर्माण कर अर्घ्य देने की व्यवस्था की गई है.

कारा अधीक्षक ने बताया कि, महिला जेल में 56 सजायाफ्ता कैदी हैं, जिनमें सात महिला कैदी छठ व्रत कर रही हैं. इसमें भभुआ की रहने वाली कुंती देवी, बंगाल की तूलिका राय, बेतिया की संभा देवी, बिहार शरीफ की रजिया देवी, सीवान की विद्यावती देवी, हाजीपुर की अनीता देवी व नेपाल की मंजू देवी शामिल है. अधीक्षक ने बताया कि, सभी कैदियों को नए वस्त्र तथा अन्य आवश्यक सामग्रियों का वितरण किया गया है.

















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