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जिला कृषि पदाधिकारी पर लगा झूठी रिपोर्ट सौंपने का आरोप ..

कहा कि, कृषि पदाधिकारी ने बिना खेत-खलिहान गए तथा बिना सत्यापन के कार्यालय में बैठे-बैठे आनन-फानन में सरकार से वाहवाही लेने हेतु बर्बादी की रिपोर्ट शून्य दिखाकर भेज दी है. 

- बेमौसम बरसात में बर्बाद हुई किसानों की मेहनत, डीएओ ने कहा नहीं बर्बाद हुई फसल 
- कृषि पदाधिकारी ने बताया प्रखंडों से ही मिली है

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: हमेशा विवादों में रहने वाले जिला कृषि पदाधिकारी का कार्य-कलाप एक बार विवादों में घिर गया है. अबकी बार उन्होंने बेमौसम बरसात से किसानों को किसी प्रकार के नुकसान नहीं होने की बात कही है तथा नुकसान का प्रतिशत शून्य दिखाकर प्रदेश के वरीय अधिकारियों को सूचित किया है. जबकि बताया जा रहा है कि बेमौसम बरसात से काफी किसानों को नुकसान हुआ है.

इस संदर्भ में बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव कामेश्वर पांडेय ने जिलाधिकारी से मामले की शिकायत करने के बाद प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि, जिला कृषि पदाधिकारी के द्वारा 12, 13 एवं 14 दिसंबर की वर्षा से फसल के नुकसान की रिपोर्ट में बक्सर जिले में वर्षा से फसल की बर्बादी शून्य दिखाई गई है. जबकि, ऐसा नहीं है. कई किसानों के मेहनत इस बेमौसम बारिश की भेंट चढ़ चुकी है. ऐसे में जिला कृषि पदाधिकारी के द्वारा किसानों के साथ यह सरासर धोखा है.

उन्होंने कहा कि, कृषि पदाधिकारी ने बिना खेत-खलिहान गए तथा बिना सत्यापन के कार्यालय में बैठे-बैठे आनन-फानन में सरकार से वाहवाही लेने हेतु बर्बादी की रिपोर्ट शून्य दिखाकर भेज दी है. कामेश्वर पांडेय के साथ-साथ जिला पदाधिकारी के समक्ष शिकायत लेकर पहुंचे रामप्रसन्न द्विवेदी, राजा रमण पांडेय तथा बजरंगी मिश्रा के प्रतिनिधि मंडल ने इस संदर्भ में जिला पदाधिकारी को पत्र सौंप कर खेत खलिहानों की जांच कराकर किसानों की बर्बाद हुई फसल का मुआवजा दिलाने की मांग की है. 

उधर इस संदर्भ में पूछे जाने पर जिला कृषि पदाधिकारी कृष्णानंद चक्रवर्ती ने बताया है कि उन्हें जो रिपोर्ट प्रखंडों से प्राप्त हुई है उसी के आलोक में उन्होंने सरकार को रिपोर्ट भेजी है ऐसे में अगर कहीं से कोई शिकायत आती है तो उसकी भी जांच कराई जाएगी.
















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