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कुकुढ़ा मामले में युवती के पिता, माँ और भाई को जेल, अन्य की तलाश जारी ..

इससे समाज के लोग ताने मारते थे, जिससे तंग आकर पूर्व फौजी पिता महेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने अपने परिवार के साथ मिलकर इतना बड़ा कदम उठाया. पुलिस ने हत्या के आरोप में युवती के पिता, भाई मुकेश कुमार और माता शर्मिला देवी को गिरफ्तार कर लिया है. अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.  

- स्वयं महानिदेशक कर रहे थे मामले की मॉनिटरिंग.
- प्यार के लिए ससुराल छोड़कर आई लेकिन, पूरी न हुई ख्वाइश.


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय की देखरेख में सीआइडी के एडीजी विनय कुमार, शाहाबाद रेंज के डीआइजी राकेश राठी और बक्सर एसपी उपेन्द्रनाथ वर्मा की टीम ने सहयोगियों के साथ मिलकर इटाढ़ी थाना अंतर्गत कुकुढ़ा में युवती की गोली मारकर हत्या के बाद शव को जलाए जाने के मामले का उद्भेदन कर लिया. जिस मामले को लेकर पूरे देश भर में बवाल मचा हुआ था वह मामला अंततः ऑनर किलिग का निकला. मृतक युवती का नाम इंदू देवी उर्फ रानी है. और उसकी हत्या उसके पिता और भाई ने ही अन्य तीन रिश्तेदारों के साथ मिलकर की थी. युवती पिछले साल अपनी शादी के अगले ही दिन ससुराल से मायके आ गई थी और अपने पूर्व प्रेमी के साथ रहने की जिद पर अड़ी थी. इससे समाज के लोग ताने मारते थे, जिससे तंग आकर पूर्व फौजी पिता महेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने अपने परिवार के साथ मिलकर इतना बड़ा कदम उठाया. पुलिस ने हत्या के आरोप में युवती के पिता, भाई मुकेश कुमार और माता शर्मिला देवी को गिरफ्तार कर लिया है. अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.  

डीजीपी के ननिहाल में मिला था युवती का शव:

बताते चलें कि तीन दिसंबर की सुबह कुकुढ़ा गांव में एक युवती का अधजली अवस्था में शव मिलने से सनसनी मच गई थी. युवती को पहले सिर में गोली मारी गई थी, इसके बाद उसे जलाया गया था, जिसमें पैर के नीचे का हिस्सा छोड़ पूरा शरीर जल गया था. घटना जिस गांव में हुई, वहीं राज्य के डीजीपी का ननिहाल है और उनका अपना गांव गेरुआ बांध भी उसी थाना क्षेत्र में है. ऐसे में इस हाइप्रोफाइल मामले का जल्द उद्भेदन के लिए सीआइडी के एडीजी विनय कुमार को खास जिम्मेदारी दी गई. बक्सर पुलिस की बनी विशेष जांच दल में सीआइडी के डीएसपी के स्तर के दो अधिकारी को शामिल किया गया. आरक्षी अधीक्षक उपेन्द्रनाथ वर्मा ने बताया कि शव मिलने के बाद से पुलिस ने दो दिसंबर की रात में वहां सक्रिय सभी मोबाइल को सर्विलांस पर लिया गया, जिनमें 15-20 मोबाइल को शक के आधार पर छांटा गया. मोबाइल सर्विलांस के अलावे घटना के दिन धनसोई-दिनारा मार्ग पर चलने वाले वाहनों की जांच और रास्ते में निजी प्रतिष्ठानों में लगे सीसी कैमरे के परीक्षण के आधार पर पुलिस ने दिनारा में अपना ध्यान केंद्रित किया. इसी बीच नौ दिसंबर को सीआइडी को दिनारा बाजार के महेन्द्र प्रसाद के घर से एक लड़की के गायब होने की गोपनीय सूचना मिली. पुलिस ने महेन्द्र के मोबाइल को सर्विलांस में मिले मोबाइल नंबरों से मिलाया तो वह उसमें मिल गया. इसके बाद महेन्द्र के बेटे मुकेश, मां शर्मिला देवी और पुत्री प्रीति को शव के पैर में मिले चप्पल की पहचान के लिए बुलाया गया, लेकिन युवती की मां और भाई ने उसके आधार पर शव को पहचानने से मना कर दिया. एसपी ने बताया की युवती की छोटी बहन प्रीति ने चप्पल के आधार पर उसकी पहचान की, जिसके बाद सख्ती से पूछताछ करने पर उन लोगों ने सारा राज खोल दिया. इसके बाद डुमरांव से फरार पिता को भी गिरफ्तार कर लिया गया. सीआइडी के एडीजी ने बताया कि मामले के उछ्वेदन में जिसने भी सहयोग दिया, उन्हें पुरस्कार दिया जाएगा.

एक साल पहले हुई थी युवती की शादी:

पुलिस के अनुसार युवती इंदू की शादी एक साल पहले डुमरांव में हुई थी, लेकिन शादी दूसरे ही दिन वह भागकर मायके चली आई थी. वह पहले से अपने मोहल्ले के ही एक अंतरजातीय लड़के से प्यार करती थी और उसी से शादी करना चाहती थी. हालांकि, उसकी शादी के बाद प्रेमी ने भी उसको अपनाने से इंकार कर दिया था. इसके बावजूद लड़की ससुराल जाने को राजी नहीं थी. घर में विवाहिता बेटी के रहने से मोहल्ले के लोग ताने मारते थे, जिससे परिवार परेशान था.

बोधगया ले जाने के बहाने युवती को लाया गया कुकुढ़ा:

हत्याकांड को अंजाम देने के लिए युवती को उसके पिता और भाई बोधगया ले जाने के बहाने उसे बक्सर लेकर आए. दो दिसंबर की रात एक ही मोटरसाइकिल पर पिता और भाई लड़की को लेकर कुकुढ़ा पहुंचे. यहां पहले से आरोपित पिता का भांजा समेत तीन और लोग एक बाइक के साथ मौजूद थे. भांजा कुकुढ़ा का ही रहने वाला है और उसी ने मौत की जगह तय की थी. रात 12 बजे युवती की हत्या कर शव जलाने के बाद सभी लोग दिनारा चले गए.
















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