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15 मई से शुरू होगी जनगणना, मांगी गयी प्रगणकों व पर्यवेक्षकों की सूची ..

जनगणना के प्रथम चरण में मकान सूचीकरण एवं मकानों की गणना तथा राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर का अद्यतीकरण का कार्य 15 मई 2020 से 28 जून 2020 तक किया जाएगा. जिसके लिए जनसंख्या प्रगणकों की सूची बना कर इसकी सॉफ्ट कॉपी निदेशालय को ईमेल के माध्यम से जल्द से जल्द भेज देना है.

- बिहार के जनगणना निदेशक ने बीडीओ व नप ईओ को भेजा पत्र.
- प्रगणकों एवं पर्यवेक्षकों को स्मार्टफोन यूजर होना है अनिवार्य.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जनगणना 2021 को लेकर बिहार के जनगणना निदेशक कार्यालय से प्रखंड विकास पदाधिकारी सह प्रभारी जनगणना पदाधिकारी एवं नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सह नगर जनगणना पदाधिकारी को एक पत्र प्रेषित कर निर्देशित किया गया है कि, जनगणना के प्रथम चरण में मकान सूचीकरण एवं मकानों की गणना तथा राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर का अद्यतीकरण का कार्य 15 मई 2020 से 28 जून 2020 तक किया जाएगा. जिसके लिए जनसंख्या प्रगणकों की सूची बना कर इसकी सॉफ्ट कॉपी निदेशालय को ईमेल के माध्यम से जल्द से जल्द भेज देना है.

अपने पत्र में निदेशक ने बताया है कि, जनगणना के प्रगणक के रूप में प्राथमिक तथा मध्य विद्यालय के शिक्षकों को नियुक्त किया जाना है वहीं, पर्यवेक्षकों के रूप में मध्य विद्यालय के वरीय शिक्षकों तथा उच्च विद्यालय के शिक्षकों को नियुक्त किया जाना है. इसके साथ ही प्रगणक एवं पर्यवेक्षक की नियुक्ति करने में प्रथम वरीयता संबंधित प्रखंड में स्थित स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकाओं को दिया जाना है. यदि कोई स्कूल उक्त क्षेत्र में नहीं हो तो निकटतम प्रगणक खंड के शिक्षक-शिक्षिकाओं की नियुक्ति की जानी है. यही नहीं, प्राथमिकता के आधार पर प्रबंधकों एवं पर्यवेक्षकों के रूप में 50 फीसद महिलाओं की नियुक्ति की जानी है. कम से कम 30 फीसद महिलाओं की नियुक्ति आवश्यक है. पत्र में बताया गया है कि, नियुक्त किए गए प्रगणक पर्यवेक्षक संबंधित चार्ज में ही पदस्थापित होने चाहिए तथा उनका स्मार्टफोन यूज़र होना भी आवश्यक है. 

सभी नियुक्त किए जाने वाले प्रगणकों एवं पर्यवेक्षकों की आयु 1 जनवरी 2020 को 58 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए तथा 31 मार्च 2021 के पूर्व उनका स्थानांतरण भी नहीं किया जा सकता. हालांकि, शारीरिक रूप से दिव्यांग कर्मियों को जनगणना के कार्यों से छूट मिली है.













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