देश को एनपीआर की नहीं, रोजगार की है जरूरत है - डॉ. कन्हैया कुमार
कहा कि यह ऐसी राष्ट्रवादी सरकार है, जो राष्ट्र की संपति को ही बेच रही है, रेल, बीएसएनएल, एयर इंडिया और अब एलआइसी को भी बेचा जा रहा है, पहले ट्रेन की बोगियों में लिखा होता था कि यह राष्ट्र की संपत्ति है, अब लिखा होगा कि यह निजी संपत्ति है.
कुँवर सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते डॉ. कन्हैया |
- जण गण मन यात्रा के दौरान बक्सर पहुँचे थे जेएनयू के पूर्व छात्र नेता.
- कहा, बुनियादी मुद्दों से भटका रही है सरकार.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: अपनी जण-गण-मण यात्रा के दौरान किला मैदान में आयोजित जन सभा में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष डॉ.कन्हैया कुमार ने कहा कि, देश की बुनियादी समस्या पर से ध्यान भटकाने के लिए धर्म पर बांटने वाले मुद्दों को हवा दी जा रही है, राम मंदिर विवाद से मोदी तो प्रधानमंत्री बन गए, अब यह मुद्दा खत्म हो चुका है तो अब आने वाले समय में अमित शाह को प्रधानमंत्री बनाने के लिए धर्म की नई राजनीति शुरू कर दी गई.
डॉ.कन्हैया ने कहा कि असल मसला सीएए नहीं, बल्कि एनपीआर है. देश को एनपीआर की नहीं, रोजगार की जरूरत है, सरकारी नौकरियों का निजीकरण किया जा रहा है, हर साल देश में लाखों नौकरियां कम हो रही हैं, आज जो देश के लिए लड़ रहा है उन्हें देशद्रोही करार दे दिया जा रहा है.
अपनी जनसभा के पूर्व वह गोयल धर्मशाला में ठहरे कन्हैया को सभास्थल किला मैदान तक ले जाने में भारी मशक्कत करनी पड़ी, रास्ते में हिदू समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे दिखाए और नारेबाजी की.
सभा में कांग्रेस और वाम दलों के नेता अपने झंडे के साथ पहुंचे. उन्होंने कहा कि, सरकार अभी भले ही एनआरसी (नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन) से किनारा कर रही हो, लेकिन एनपीआर(नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर) की घोषणा हो चुकी है और इसी एनपीआर के अंडे से एनआरसी का चूजा निकलेगा. उन्होंने एनआरसी लागू होने से बचने के लिए लोगों से एनपीआर का भी विरोध करने की अपील की. उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कन्हैया ने कहा कि यह ऐसी राष्ट्रवादी सरकार है, जो राष्ट्र की संपति को ही बेच रही है, रेल, बीएसएनएल, एयर इंडिया और अब एलआइसी को भी बेचा जा रहा है, पहले ट्रेन की बोगियों में लिखा होता था कि यह राष्ट्र की संपत्ति है, अब लिखा होगा कि यह निजी संपत्ति है. संबोधन में कन्हैया ने बिहार में पलायन की समस्या के बहाने नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा और पूछा कि यहीं के युवा पंजाब धान काटने जाते हैं, पंजाब का कोई क्यों नहीं बिहार काम करने आता? उन्होंने कहा कि बिहार में फेयर परीक्षा नहीं होती, यहां के युवा नौकरी के लिए कड़ी मेहनत कर परीक्षा देते हैं और प्रश्नपत्र लीक हो जाता है.
सभा को कांग्रेस के कदवां से विधायक डॉ.शकील अहमद खान, पार्टी के जिलाध्यक्ष तथागत हर्षवर्द्धन, पूर्व राज्यसभा सदस्य नागेन्द्रनाथ ओझा और पूर्व विधायक श्रीकांत पाठक ने संबोधित किया. सभा का संचालन कॉमरेड विमल कुमार सिंह ने किया.
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