प्याज के बड़े उत्पादक के रूप में उभरेगा बक्सर, देश भर में होगी सप्लाई ..
उन्होंने बताया कि, सिमरी प्रखंड प्याज की खेती के लिए उपयुक्त माना जा रहा है. जहां 15 किसानों के एक समूह का चयन भी किया गया है. सरकार उत्पादन के लिए न सिर्फ किसानों को आर्थिक मदद उपलब्ध कराएगी बल्कि उत्पाद को बाजार भी मुहैया कराने की गारंटी देगी.
- मुख्यमंत्री बागवानी मिशन की सफलता के बाद सरकार की पहल
- सिमरी में 15 किसानों के समूह का हुआ चयन.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: मुख्यमंत्री बागवानी मिशन के अंतर्गत जिले में पारंपरिक खेती के अतिरिक्त आम, पपीता, तथा केले की खेती को बढ़ावा देने की योजना में बेहतर रिस्पॉन्स मिलने के पश्चात बिहार सरकार द्वारा जिले में प्याज की खेती को बढ़ावा दिए जाने की योजना है. बताया जा रहा है कि, पारंपरिक खेती में हो रहे नुकसान से किसानों को निजात दिला कर उनकी आमदनी को बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा जिले में एक साथ 50 हेक्टेयर में प्याज की खेती कराए जाने का लक्ष्य रखा गया है. इस योजना में एक ही साथ कई किसानों को मिलाकर इस लक्ष्य को पूरा किया जाना है. जिसके लिए सिमरी में 15 किसानों के एक समूह का चयन कर लिया गया है जो अपनी जमीन पर प्याज की खेती करेंगे. बताया जा रहा है कि, इस योजना में सरकार की तरफ से किसानों के समूह को 5 लाख तक की आर्थिक मदद भी दी जाएगी.
कम पानी में भी होगी प्याज की बेहतर फसल
जानकार बताते हैं कि, प्याज की फसल को सिंचाई के लिए ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती. ऐसे में इस फसल की पटवन के लिए भी किसानों को ज्यादा परेशानी नहीं होगी. प्याज की खेती दिसम्बर-जनवरी से शुरू होती है तथा अप्रिल तक इसकी फसल तैयार हो जाती है. माना जा रहा है कि, बाजारों में कीमतों में उछाल रहने के कारण किसानों का रुझान इस वर्ष प्याज की खेती की तरफ ज्यादा रहेगा.
सरकार देगी 5 लाख रुपये की मदद:
उद्यान पदाधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा बागवानी मिशन के तहत जिले का चयन प्याज की खेती के लिए किया गया है. उन्होंने बताया कि खेती का लक्ष्य पूरा करने के लिए एक ही स्थान पर कई किसानों को जोड़कर एक समूह का निर्माण किया जा रहा है. समूह के सदस्यों को सरकार खेती के लिए 5 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद प्रदान करेगी.
सिमरी प्रखंड को माना जा रहा उपयुक्त:
जिला उद्यान पदाधिकारी दीपक कुमार का कहना है कि, सरकार का लक्ष्य है कि, व्यापक पैमाने पर जिले में प्याज की खेती कराएं. इसके लिए एक साथ 50 हेक्टेयर की जमीन में खेती कराए जाने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने बताया कि, सिमरी प्रखंड प्याज की खेती के लिए उपयुक्त माना जा रहा है. जहां 15 किसानों के एक समूह का चयन भी किया गया है. सरकार उत्पादन के लिए न सिर्फ किसानों को आर्थिक मदद उपलब्ध कराएगी बल्कि उत्पाद को बाजार भी मुहैया कराने की गारंटी देगी.
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