Header Ads

नावानगर के माँ फूलमती धाम पर जीवन भर के बंधन में बंधे जोड़े ..

मौके पर जय मां फूलमती सेवा ट्रस्ट के तरफ से शादी की पूरी जिम्मेवारी उठाई गई थी जिसमें शादी से संबंधित तमाम तैयारियों को मंदिर प्रशासन के तरफ से बड़ी बखूबी से किया गया था. भारी संख्या में इस मौके पर लोगो के पहुंचने के कारण यहां पूरा दिन उत्सवी माहौल रहा.

- मंदिर सेवा ट्रस्ट की तरफ से कराई गई कराई गई सामूहिक शादियां.
- विवाहोपरांत जोड़ों को मिला ढेर सारा आशीर्वाद

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिले के नावानगर स्थित मां फूलमती धाम पर उत्सवी माहौल दिखा. दरअसल, लाखों की संख्या में आने वाले भक्तों के श्रद्धा का केंद्र मां फूलमती धाम पर मंदिर प्रशासन के तरफ से गरीब जोड़ों की शादियां आयोजित की गई थी. इस मौके पर जोड़े बंधन में बंधे है और खूब सारा लोगो का आशीर्वाद भी प्राप्त किया. मौके पर जय मां फूलमती सेवा ट्रस्ट के तरफ से शादी की पूरी जिम्मेवारी उठाई गई थी जिसमें शादी से संबंधित तमाम तैयारियों को मंदिर प्रशासन के तरफ से बड़ी बखूबी से किया गया था. भारी संख्या में इस मौके पर लोगो के पहुंचने के कारण यहां पूरा दिन उत्सवी माहौल रहा.

बताया जाता है कि, पैसे के अभाव में बहुत से ऐसे युवा और युवतियां हैं जिनकी शादियां नहीं हो पाती हैं. अभिभावकों को अपने बच्चियों की शादियां करने के लिए दर-दर भटकना पड़ता है और उनकी गरीबी के कारण उनकी शादियां भी टूट जाती हैं. दरअसल, इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर मंदिर प्रशासन के तरफ से बसंत पंचमी के मौके पर यह शुरुआत की गई है. गरीब परिवारों के बच्चे बच्चियों की शादी कराने की जिम्मेवारी मंदिर प्रशासन ने उठाकर समाज मे एक बेहतर संदेश देने का काम किया गया है.

मंदिर प्रशासन के तरफ से आयोजित शादी समारोह में कल दो जोड़े बंधन में बंध गए और हमेशा हमेशा के लिए एक दूसरे का हो गए. यह पूरा कार्यक्रम मां फूलमती धाम के पवित्र प्रांगण में शुरू होकर संपन्न हुआ. आपको बताते चलें कि, भोजपुर जिले के ग्राम बंधवा तरारी के रहने वाले गुपुत महतो के पुत्र राजकुमार की शादी तरारी डुमरिया के रहने वाले राधेश्याम सिंह की बेटी संजू कुमारी से हुई. वहीं, दलीपुर स्थित राजपुर गांव के बनारस राम के पुत्र राहुल कुमार की शादी चरपोखरी के कनई गांव निवासी सुभाष राम की पुत्री ममता कुमारी से हुई.

इस शादी समारोह को लेकर मंदिर प्रांगण में ही मंच बनाया गया था, जहां आगंतुकों के लिए बैठने की भी व्यवस्था की गई थी. सभी के लिए भोज की भी व्यवस्था थी जिसे माता के प्रसाद के रूप में भी लोगों ने ग्रहण किया. शादी के दौरान मंच पर वर-वधू ने एक दूसरे को जय माल पहनाया और माता फूलमती के आशीर्वाद के साथ साथ वहां मौजूद लाखों लोगों का भी आशीर्वाद प्राप्त किया. इससे पहले माता के दरबार वर-बधू ने मां फूलमती का आशीर्वाद प्राप्त किया और ईश्वर के समक्ष पूरी विधि विधान के साथ शादी की रस्म पूरी की गई.

शादी की रस्म पूरी होने के बाद बंधन में बंध चुके जोड़ों ने उत्साह प्रकट किया. इस मौके पर मां फूलमती धाम के पुजारी श्री जसवंत जसवंत सिंह ने बताया कि आज के परिवेश में जितने शादियां खर्चीली हो रही है और कमजोर वर्ग के लोग इस कार्य को करने में अक्षम दिख रहे हैं. इसलिए मंदिर समिति के सदस्य और जय माँ फूलमती सेवा ट्रस्ट के सदस्यों के तरफ से निर्णय लिया गया कि इस तरह का आयोजन किया जाए. इससे समाज को एक संदेश जाय की ज्यादा समय और खर्चीली शादियों से अलग इस तरह की व्यवस्था को जंहा एक दिन में और कम खर्च में शादियां हो जाये। उन्होंने कहा आगे भी इस तरह आयोजन चलता रहेगा.

इस मौके पर लोगो इस पुनीत कार्य की सराहना की और कहा कि शादियों में जो आर्थिक क्षति हो रही हैं उससे बचने और दहेज प्रथा पर अंकुश लगाने में इस तरह की शादियां कारगर सिद्ध होगी. लोगों ने कहा कि, मंदिर प्रशासन की तरफ से जो यह आयोजन कराया गया वो सराहनीय है. आज के समय मे शादियां काफी खर्चीली हो गयी हैं जिसके कारण कमजोर, दलित और असहाय वर्ग के लोग खुद को मजबूर महसूस करते हैं. मंदिर और ट्रस्ट की तरफ सारा खर्च उठाकर दलित बच्चों बच्चियां की जिस तरीके से शादियां कराई हैं उससे समाज को एक अच्छा संदेश जाएगा.













No comments