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Buxar Top News: काबिलेतारीफ़: नवनिर्वाचित वार्ड पार्षद ने किया लोकतंत्र की परिभाषा को साकार, जनता को आवेदन दे मांगी छुट्टी ...


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: लोकतंत्र को भले ही जनता का शासन कहा जाता हो मगर काफी कम लोग इस हकीकत को स्वीकारते हैं | अक्सर देखा जाता है कि चुनाव जीतने के बाद जनप्रतिनिधिस्वयं को राजा मानने लगते हैं | , वहीँ इन परिस्तितियों में ही बक्सर के एक नवनिर्वाचित पार्षद ने लोकतंत्र की परिभाषा को साकार किया है | उनके अनुसार आज भी  'लोकतंत्र जनता का जनता के लिए और जनता के द्वारा चलाये जानेवाला शासन है' इस बात को चरितार्थ करने वाले बक्सर नगर पर्षद के वार्ड संख्या 21 के पार्षद राकेश राय ने जनता को एक सप्ताह की छुट्टी का आवेदन दिया है |
उन्होंने कहा है कि लोकतंत्र में जनता ही मालिक होती है | मैं जनता की नौकरी कर रहा हूं |  आदमी जहां नौकरी करता है वहां अपने मालिक से ही छुट्टी मांगता है |  इसलिए मैंने अपने वार्ड की जनता से छुट्टी मांगी है | जनता मेरे लिए सर्वोपरि है | एक सप्ताह की छुट्टी के दौरान जनता को कष्ट न हो इसलिए जानकारी देना कर्तव्य समझता हूं |


उन्होंने इस आवेदन कि कई प्रतियों को अपने चुनाव के समर्थक व प्रस्तावक के अलावा वार्ड की जनता के बीच भी  बांट दिया है | इतना ही नहीं राकेश राय ने आवेदन की प्रति को अपने फेसबुक वॉल पर भी शेयर किया है | युवा पार्षद की इस सोच की चर्चा चहुओर हो रही है |


पार्षद ने इस आवेदन को अपने फेसबुक वॉल पर पोस्ट किया |  जिसे दर्जन भर लोगों ने शेयर किया है |  सभी राकेश की इस सोच को सलाम कर रहे हैं |  कई लोगों ने तो कमेंट में उन्हें बदलाव का आइकन बताया है | सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता अजय मिश्रा ने लिखा है कि 'ये अपने आप में एक  काबिले तारीफ कार्य है | जनता का सेवक जनता से छुट्टी मांग रहा है | वहीं, राजेश कुमार ने लिखा है कि वार्ड नंबर 21 की जनता होने के नाते मैं आपको छुट्टी प्रदान करता हूं |



जनता ने कहा, एक सप्ताह में नहीं आये, तो होगा शोकॉज : पार्षद ने अपने आवेदन में वार्ड की जनता को संबोधित करते हुए लिखा है कि व्यक्तिगत कार्यों से बाहर जाना है |  इसलिए एक सप्ताह की छुट्टी प्रदान करें | मेरी अनुपस्थिति में मेरे सहयोगी कार्यभार देखेंगे |  उन्होंने बताया कि उन्हें देहरादून जाना है |



उनके एक फेसबुक फ्रेंड रविरंजन ने लिखा है कि ठीक है आवेदन पर छुट्टी स्वीकृत की जाती है, लेकिन एक सप्ताह में आ जाइयेगा नहीं, तो शोकॉज किया जायेगा |  वहीं, अरुण उपाध्याय ने लिखा है कि अगर सारे जनसेवक इतने कर्तव्यनिष्ठ हो जाएं, तो क्या कहना |  मुझे गर्व है कि आप जैसे जनप्रतिनिधि हमारे समाज में हैं |






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