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Buxar Top News: सामाजिक सुधार की दिशा में एक बड़े आंदोलन का पहला गंभीर प्रयास है दहेज़ व बाल विवाह के विरुद्ध अभियान- चंदन सिंह रणवीर ।

नशा मुक्ति अभियान से एक नए समाज के निर्माण की बुनियाद रखी गई है. दहेज प्रथा एवं बाल विवाह उन्मूलन अभियान  उसी की अगली कड़ी है.

- अनेक अवसरों पर अपने नेतृत्व क्षमता से देश का ध्यान खींचा है बिहार ने.
- लोगों के सहयोग से सफ़ल होगा अभियान.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: भारत के इतिहास में ऐसे कई मौके आये हैं जब बिहार ने देश और दुनिया को नई राह दिखाई है. पिछड़ा प्रदेश होने के बावजूद अनेक अवसरों पर बिहार ने अपने नेतृत्व क्षमता से देश का ध्यान खींचा है. इतिहास में अपने आप को एक बार फिर दोहराया है, जब बिहार ने देश को नई राह दिखाते हुये दहेज व बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन छेड़ दिया है. किसी भी राज्य में सरकारी स्तर पर सामाजिक सुधार की दिशा में एक बड़े आंदोलन का यह पहला गंभीर प्रयास है. उक्त बातें जनता दल (यू.) सेवा दल के प्रदेश महासचिव चंदन सिंह रणवीर ने बाल विवाह एवं दहेज को लेकर बक्सर टॉप न्यूज के सह-संपादक अमित राय से हुए विशेष बातचीत के दौरान कही.
श्री रणवीर ने कहा कि सभी लोगों के सहयोग से दहेज प्रथा एवं बालविवाह उन्मूलन का यह अभियान सफल बनेगा. इस कार्य में भी बिहार एक नया इतिहास लिखेगा. उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति अभियान से एक नए समाज के निर्माण की बुनियाद रखी गई है. दहेज प्रथा एवं बाल विवाह उन्मूलन अभियान  उसी की अगली कड़ी है. बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के खिलाफ अब लोग संकल्पित हो रहे हैं. जिससे राज्य में बाल विवाह व दहेज के मामलों में कमी आई है. शिक्षा के प्रति बालिकाओं की बढ़ते रुझान से बालिकाओं के साथ उनके परिजनों में बाल विवाह से परहेज करने का मनोबल बढ़ा है. राज्य की किशोर उम्र की लड़कियां अब न सिर्फ कच्ची उम्र में विवाह का विरोध करने लगी हैं, बल्कि इसके प्रति घरवालों को भी जागरूक कर रही हैं. ये लड़कियां अब पढ़ना, खेलना चाहती हैं. इन लड़कियों की मानें तो जो मां-बाप अपनी लड़की को बोझ समझ कच्ची उम्र में उनकी शादी कर अपना बोझ हल्का करना चाहते हैं, उन्हें यह बताना जरूरी है कि हम लड़कियां बोझ नहीं. हम मां-बाप की जिम्मेदारियों को कम करने में मददगार हैं और बेटों से कम नहीं हैं.
चंदन सिंह रणवीर ने आगे कहा कि, बेटियों में आ रही इस जागरूकता के पीछे राज्य में सरकार द्वारा चलाये जा रहे बाल विवाह और दहेज-प्रथा के खिलाफ अभियान की ही देन है जिसका असर अब दिखना शुरू हो चूका है. महिला हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों से इसका अंदाजा लगाया भी जा सकता है कि अब बेटियां कम उम्र में ब्याह के प्रति मुखर हुई हैं. बीते तीन माह में महिला हेल्पलाइन में बाल विवाह के कई मामले दर्ज किये गये, वहीं पूरे बिहार भर में 153 बेटियां बाल-विवाह की शिकार होने से बच गयी हैं. अब ये बेटियां स्कूलों में पढ़ाई भी कर रही हैं. लड़कियां अब कम उम्र में शादी से इन्कार कर रही हैं.  इसके लिए वह घर से बाहर तक विरोध कर रही हैं. इसमें आश्चर्य की कोई बात ही नही की हमारी बेटियां राज्य सरकार द्वारा चलाये जा रहे बाल-विवाह, दहेज के विरूद्ध अभियान को भली-भांति समझने लगी हैं. यहीं नही इन कुरीतियों के खिलाफ माननीय मुख्यमंत्री के इस अभियान में पूर्णतः सहयोग कर रही है. अपनी या अपनी सहेलियों की बाल विवाह की सूचना फोन पर महिला हेल्पलाइन को दे रहीं हैं. बेटियों के इस प्रयास में पुलिस भी भरपूर सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है. श्री रणवीर कहते हैं कि समाज के प्रत्येक वर्ग को बाल-विवाह, दहेज़ जैसे कुरीति के खिलाफ जोरों-शोरों से घर-घर अभियान चलाना चाहिए, ताकि अगले कुछ वर्ष में इसे पूर्णतः समाप्त किया जा सके.
रणवीर ने कहा कि, जबतक औरतें पढ़ेंगी लिखेंगी नहीं, तब तक वे जागरूक नहीं हो सकती हैं. बाल विवाह या दहेज प्रथा को रोकने के लिए औरतों का पढ़ा-लिखा होना बेहद जरूरी है. इस के बाद ही वे बाल विवाह जैसे कुरीतियों के खतरों को समझ सकेंगी और अपने बच्चों का बाल विवाह नहीं होने देंगी. उन्होंने लोगों से अपील किया कि बाल विवाह करने-कराने की सूचना अगर किसी को प्राप्त हो तो तुरंत पुलिस या महिला हेल्पलाइन पर सूचित करें इसपर आवश्यक उचित कार्रवाई निश्चित है. इसके लिए माननीय मुख्यमंत्री जी प्रतिबद्ध हैं.

बक्सर टॉप न्यूज द्वारा पाठकों को दहेज एवं बाल-विवाह तथा स्वच्छता जैसे गम्भीर विषयों पर प्रत्येक शनिवार व रविवार को किसी राजनेता, सरकारी पदाधिकारी अथवा सामाजिक कार्यकर्ता के महत्वपूर्ण विचारों से अवगत कराया जाएगा. वहीं, समय-समय पर उक्त विषयों को लेकर जन-जागरूकता लाने के लिए अपने स्तर से हर संभव प्रयास कर केंद्र व राज्य सरकार को सहयोग करने का कार्य किया जाएगा.

संकलन: अमित राय, सह-संपादक, बक्सर टॉप न्यूज







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