Buxar Top News: अब नहीं होगा कोई बेरोजगार ! उद्योग केंद्र है गंभीर, बेरोजगारों को दिया एक दिवसीय प्रशिक्षण ..
बताए गए सरकार की आर्थिक नीतियों की जानकारी ली. जिससे कि बैंकों से उन्हें वित्तीय सहायता लेने में किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़े.
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शिवदयाल आईटीआई में प्रतिभागियों को प्रशिक्षण देते महाप्रबंधक व एलडीएम |
- प्रशिक्षण कार्यक्रम में सरकार की पॉलिसी एवं प्रोजेक्ट बनाने की दी गई जानकारी.
- एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में 200 से ज्यादा प्रतिभागी हुए शामिल.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिले में बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए उद्योग केंद्र महा प्रबंधक द्वारा विशेष पहल किया जा रहा है. जिसके तहत बुधवार को औद्योगिक क्षेत्र स्थित शिवदयाल आईटीआई के प्रांगण में तकनीकी क्षेत्र में पढ़ाई करने वाले प्रतिभागियों को वित्तीय सहायता संबंधित जानकारी विशेष तौर पर दी गई. वित्तीय सहायता की जानकारी महाप्रबंधक उद्योग केंद्र बक्सर रंजन कुमार सिंह एवं लीड बैंक प्रबंधक एकके तिवारी के नेतृत्व में दिया गया. एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिले से 200 की संख्या में प्रतिभागी शामिल हुए. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागियों के साथ कई आईटीआई संचालक शामिल होकर सरकार की नीतियों एवं बैंकों में न फंसने वाले प्रोजेक्ट को कैसे तैयार करें कि जानकारी ली. उन्होंने कार्यक्रम में बताए गए सरकार की आर्थिक नीतियों की जानकारी ली. जिससे कि बैंकों से उन्हें वित्तीय सहायता लेने में किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़े. जिले में बेरोजगारों को रोजगार ज्यादा से ज्यादा मुहैया कराने के लिए आने वाले कमीयों पर एलडीएम बक्सर एके तिवारी ने विशेष रूप से जानकारी प्रतिभागियों को दी. उन्होंने बताया कि वह अपना प्रोजेक्ट किस प्रकार बेहतर ढंग से तैयार करें. जिससे बैंकों को उनकी लोन पास करने में किसी प्रकार की दिक्कत न हो. उन्होंने चर्चा करते हुए कहा कि आज का युग इलेक्ट्रॉनिक युग है. सबसे पहले अपने प्रोजेक्ट की चुनाव से पहले उस पर विभिन्न माध्यमों से जानकारी प्राप्त कर लें. इससे एक यूनिट प्रोजेक्ट तैयार होगी. इस यूनिक प्रोजेक्ट रिपोर्ट के आधार पर आप को आर्थिक सहायता बैंक से मिलेगी और आप इससे कई अन्य लोगों को रोजगार देने में भी सक्षम हो पाएंगे.
यूनिक प्रोजेक्ट का करे चुनाव
प्रतिभागियों को एलडीएम एके तिवारी द्वारा बताया गया कि आप वैसे प्रोजेक्ट का चुनाव करें, जो आपके आसपास न लगा हो. क्षेत्र के लिए यह प्रोजेक्ट नया हो ऐसे प्रोजेक्ट की सफलता शत प्रतिशत सुनिश्चित होती है. ऐसे प्रोजेक्ट का विभिन्न संचार माध्यमों से जानकारी पूरी ले ले. उसके बाद प्रोजेक्ट बनाने वाले व्यक्ति से संपर्क कर अपनी प्रोजेक्ट पूरी कराएं.
सरकार से मिलती है आर्थिक मदद व इंसेंटिव
जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक रंजन कुमार सिन्हा ने प्रतिभागियों को बताया कि बिहार स्टार्ट अप पॉलिसी 2017 के तहत विभिन्न प्रकार से प्रतिभागियों को आर्थिक मदद दी जाती है. उन्होंने बताया कि बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को इंसेंटिव तथा सब्सिडी वगैरह दी जा रही है. बताया कि परियोजना लागत का 15 से 35 प्रतिशत तक की छूट प्रतिभागियों को क्षेत्र के अनुसार छूट दी जाती है.
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