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Buxar Top News: चेतावनी बिंदु से केवल एक मीटर नीचे है गंगा का जलस्तर, दियारा इलाके में दहशत ..



बाढ़ की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है. तटवर्ती सभी अंचलों को हर वक्त सतर्क रहने के आदेश दिए गए हैं। किसी भी विकट परिस्थिति का सामना करने के लिए प्रशासन कमर कसकर पूरी तरह तैयार है

- 3 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही है गंगा.

- संभावित खतरे को देखते हैं प्रशासन ने कसी कमर.



बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: रविवार को 1 सेंटीमीटर सोमवार को 2 सेंटीमीटर के बाद मंगलवार को अब 3 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है. फिलहाल गंगा के जलस्तर में कमी आने का कोई आसार नहीं दिखाई दे रहा. जिला स्तर के लगातार बढ़ने से जिले के दियारा क्षेत्र के लोगों में भारी दहशत कायम है.

बाढ़ की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है. तटवर्ती सभी अंचलों को हर वक्त सतर्क रहने के आदेश दिए गए हैं। किसी भी विकट परिस्थिति का सामना करने के लिए प्रशासन कमर कसकर पूरी तरह तैयार है.


विगत कई दिनों से गंगा के जलस्तर में वृद्धि जारी है. इस बार गंगा अपने पूरे रौद्र रूप में दिखाई दे रही है. तीन दिनों से जलस्तर में लगातार एक सेमी की रफ्तार से वृद्धि जारी है. इसके पूर्व शुक्रवार तक जलस्तर स्थिर बना हुआ था. शनिवार दोपहर से ही अचानक जलस्तर में दुबारा वृद्धि होने लगी.




केंद्रीय जल आयोग से प्राप्त जानकारी के अनुसार बक्सर में सुबह आठ बजे जलस्तर 58.12 मीटर दर्ज किया गया था. जबकि अपराह्न तीन बजे बढ़कर 58.17 मीटर पहुंच गया है.जबकि बक्सर में चेतावनी बिंदु 59.32 तथा खतरे का निशान 60.32 मीटर पर बना हुआ है. कनीय अभियंता कन्हैया कुमार ने बताया कि फिलहाल एक जलस्तर तीन सेमी प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है. उधर कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी सभी स्थानों पर जलस्तर में लगातार वृद्धि की सूचना प्राप्त हो रही है.

सोन में उफान आया तो दिखेगा तबाही का मंजर:

उधर, उत्तराखंड समेत तमाम पहाड़ी क्षेत्रों के अलावा पड़ोसी राज्य उत्तरप्रदेश में लगातार भारी वर्षा से तबाही की जानकारी मिल रही है. जबकि कानपुर बराज से लगातार चार लाख क्यूसेक पानी प्रतिदिन छोड़े जाने की सूचना है. गंगा की तमाम सहायक नदियों में लगतार उफान जारी है. यह कहा जा सकता है कि अभी अगले दो दिनों तक रफ्तार में कोई कमी आने की उम्मीद नहीं है. संयोग अभी तक सिर्फ इतना ही है कि सोन अभी बेकाबू नहीं हुई है. वरना जिस दिन सोन में उफान आएगा, भोजपुर समेत बक्सर जिले में तबाही का मंजर दिखाई देने लगेगा.

सुरक्षित ठिकानों की तलाश में जुटे तटवर्ती गांवों के लोग:

जिले के अर्जुनपुर, मझरियां, राजापुर, गंगौली, केशोपुर, नैनीजोर आदि तमाम तटवर्ती गांवों के लोग संभावित बाढ़ की आशंका को लेकर भारी दहशत में जी रहे हैं. हजारों ग्रामीणों का नींद-चैन उड़ गया है. क्षेत्र के लोगों ने अपने लिए सुरक्षित ठिकानों की तलाश अभी से शुरू कर दी है. बताते चलें कि इसके पूर्व 2016 में गंगा के बाढ़ से जिले में भारी तबाही मची हुई थी. जिसे याद कर आज भी लोग सिहर उठते हैं. लिहाजा सबके अंदर दहशत की स्थिति बनी हुई है.

अंचलाधिकारियों को सतर्क रहने के दिए गए हैं निर्देश : एसडीओ

इस संबंध में सदर एसडीओ केके उपाध्याय ने बताया कि बाढ़ की संभावनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है. तटवर्ती सभी अंचलाधिकारियों को सतर्क रहने के साथ ही तटवर्ती गांवों के ग्रामीणों को भी सजग रहने की चेतावनी जारी कर दी गई है. इन सबके अलावा किसी भी विकट परिस्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में नौका चालकों और गोताखोरों को हर वक्त तैयार रहने का निर्देश दिया गया है. जैसे ही जिले के किसी भी इलाके में बाढ़ का पानी प्रवेश करने की सूचना मिलेगी तुरंत राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया जाएगा.


















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