Buxar Top News: शख्सियत: जो अपनी फिक्र में गुजरे वो जिंदगी क्या है - साबित रोहतासवी।
गरीबों को कंबल वितरण, जरूरतमंदों को रक्तदान एवं बीमारों की मुफ्त सेवा करने जैसे कार्यों से सदैव चर्चा में रहने वाले साबित ने समाज सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया.
- तृतीय वर्ग के कर्मचारी ने किए हैं बड़े काम, समाज सेवा के क्षेत्र में स्थापित किए कई आयाम.
- गरीबों की सेवा को बनाया धर्म, अब बड़े अस्पताल की स्थापना के द्वारा करेंगे लोगों का मुफ्त इलाज.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: "जो अपनी फिक्र में गुजरे वह जिंदगी क्या है, किसी के काम ना आए वह आदमी क्या है". कुछ ऐसी ही विचारधारा से प्रेरित होकर बक्सर के एक एक शख्स के द्वारा नगर के चीनी मिल इलाके में बक्सर का इकलौता यतीमखाना चलाया जा रहा है.
यतीमखाने में विभिन्न धर्मों के बच्चों को अच्छी परवरिश देने के संकल्प के साथ बेहतर तालीम देते हुए उन्हें भारत देश का एक सभ्य नागरिक बनाया जा रहा है. सिर्फ इतना ही नहीं दो बेसहारा विधवाओं को भी इन बच्चों की देखभाल का कार्य देकर यह यतीमखाना उनका भी सहारा बन रहा है.
तृतीय वर्ग के कर्मचारी ने मजलूमों की मदद उठाया बीड़ा:
सदर प्रखंड कार्यालय में बतौर तृतीय श्रेणी के कर्मचारी कार्यरत साबित रोहतासवी की पहचान बक्सर में एक सफल उद्घोषक एवं बेहतर समाज सेवी के रूप में होती है उन्होंने बताया कि बचपन से उन्हें शेरो शायरी का शौक रहा है. खासतौर वे राष्ट्रीय गीत, उर्दू ग़ज़ल, साक्षरता गीत, एवं विशेष रूप से नातिया मुशायरा में के कार्यक्रमों में हिस्सा लेते रहे हैं. वहीं धार्मिक, सांस्कृतिक एवं प्रशासनिक कार्यक्रमों में भी मंच उद्घोषक के रूप में मैं अपनी सेवाएं देते रहते हैं.
समाज सेवा के अपने शौक को उन्होंने बेहतर आयाम देने के लिए साबित रोहतासवी ने अनेकों कार्य किए हैं. गरीबों को कंबल वितरण, जरूरतमंदों को रक्तदान एवं बीमारों की मुफ्त सेवा करने जैसे कार्यों से सदैव चर्चा में रहने वाले साबित ने समाज सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया.
गरीब और यतीम के लिए शीघ्र ही बनाया जाएगा बड़ा अस्पताल:
गरीबों और यतीमों के लिए जल्द ही एक बड़े अस्पताल का भी निर्माण साबित खिदमत फाउंडेशन द्वारा कराया जाएगा. यह जानकारी देते हुए संस्था के संस्थापक सदस्य डॉ दिलशाद आलम ने बताया कि जल्द ही गरीबों और यात्रियों के लिए बड़े अस्पताल का भी निर्माण किया जाएगा. इस अस्पताल के द्वारा बक्सर ही नहीं बल्कि पूरे शाहाबाद के जरुरतमंद लोगों का मुफ्त इलाज किया जाएगा.
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