नाम बड़े और दर्शन छोटे: समाचार पत्र के ब्यूरो चीफ तथा गरीबों के मसीहा के विरुद्ध थाने में शिकायत ..
देश के प्रतिष्ठित मीडिया घरानों में शुमार दैनिक भास्कर के स्थानीय ब्यूरो चीफ तथा खुद को गरीबों का मसीहा बताने वालों के विरुद्ध निनी अस्पातल संचालक द्वारा नगर थाने में दिए गए आवेदन के बाद एक बड़ा खुलासा हुआ है.
- निजी अस्पताल संचालक से मांगी 50 हज़ार की रंगदारी.
- नहीं देने पर बदनाम करने की दी धमकी.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है इस स्तंभ के ऊपर देश के हालातों की सच्ची तस्वीर जनता के समक्ष रखने की जिम्मेदारी होती है इस जिम्मेदारी का निर्वहन पत्रकार बखूबी करते हैं. हालांकि, कुछ पत्रकार इस पवित्र पेशे को अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए बदनाम करने पर तुले हुए हैं. ऐसे पत्रकार लोगों का भयादोहन कर अपना उल्लू सीधा करने में लगे रहते हैं. लेकिन, देर-सबेर उनकी सच्चाई दुनिया के सामने आ ही जाती है. देश के प्रतिष्ठित मीडिया घरानों में शुमार दैनिक भास्कर के स्थानीय ब्यूरो चीफ मंगलेश तिवारी तथा खुद को गरीबों का मसीहा बताने वालों के विरुद्ध निजी अस्पातल संचालक द्वारा नगर थाने में दिए गए आवेदन के बाद एक बड़ा खुलासा हुआ है.
अपने आवेदन में पीड़ित ने बताया है कि वह नगर में एक निजी क्लीनिक का संचालन करता है उसने आरोप लगाया है कि उक्त पत्रकार तथा खुद को गरीबों का मसीहा बताने वाले कुछ कथित सामाजिक तत्वों ने ने उनसे 50 हजार रुपये की मांग बतौर घूस की है तथा नहीं देने पर उनके अस्पताल को बदनाम कर देने की धमकी दी है. इस तरह का मामला सामने आने के बाद बक्सर के पत्रकारों तथा सिविल सोसायटी के लोगों के बीच चर्चाओं का बाजार गर्म है. सभी उक्त अखबार के पत्रकार तथा कथित गरीबों के मसीहा द्वारा किए गए इस कुकृत्य की घोर निंदा कर रहे हैं. हालांकि, बताया जा रहा है कि उक्त अखबार द्वारा पूर्व में भी एक अस्पताल संचालक पर किडनी निकालने का आरोप लगाया गया था जो भी झूठा साबित हुआ था. यही नहीं कोरान सराय में भूख से बच्चों की मौत की झूठी खबर तथा नवानगर में थाने की जमीन बेच दिए जाने की झूठी खबर के साथ साथ सिमरी में एक जीवित व्यक्ति को केवल अपनी टीआरपी बढ़ाने के ललक में मृत दिखा दिया गया था.
मामले में थानाध्यक्ष दयानंद सिंह ने बताया है कि संचालक द्वारा सोमवार को है इन लोगों के विरुद्ध आवेदन दिया गया है.
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