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स्थायी लेखापाल मामले पर आमने-सामने आए नप चेयरमैन-कार्यपालक पदाधिकारी ..

बताया कि वर्तमान में लेखापाल के पद पर कार्यरत राकेश कुमार गुप्ता सही ढंग से कार्य नहीं करते, साथ ही साथ वह वार्ड पार्षदों एवं जनता से सही ढंग से पेश भी नहीं आते

- चेयरमैन का आरोप, कार्यपालक पदाधिकारी कर रहे विभागीय आदेश की अवहेलना

- स्थायी के जगह दैनिक वेतनभोगी को बनाया गया लेखापाल.


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: नगर परिषद चेयरमैन माया देवी लगातार नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी के विरुद्ध मोर्चा खोले हुई हैं. एक बार फिर उन्होंने नगर परिषद के कार्यपालक अधिकारी पर हमला बोलते हुए उनके कार्यकलापों पर अंगुली उठाई है. उन्होंने बताया है कि कार्यपालक पदाधिकारी भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हुए हैं तथा उनके द्वारा लगातार जनहित की अवहेलना की जा रही है.

मुख्य पार्षद माया देवी ने बताया कि पिछले वर्ष 20 जुलाई को नगर परिषद के बोर्ड की बैठक संख्या 35 के प्रस्ताव संख्या 7 में दैनिक वेतन पर कार्यरत लेखापाल की अवधि विस्तार का निर्णय लिया गया, बाद में विभाग से जानकारी मिली थी अब कोई भी दैनिक वेतनभोगी लेखापाल के पद पर कार्यरत नहीं हो सकता, बल्कि स्थाई कर्मी को ही लेखापाल बनाया जा सकता है.

उन्होंने नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को पिछले 9 मार्च को पत्र लिखकर बताया कि वर्तमान में लेखापाल के पद पर कार्यरत राकेश कुमार गुप्ता सही ढंग से कार्य नहीं करते, साथ ही साथ वह वार्ड पार्षदों एवं जनता से सही ढंग से पेश भी नहीं आते. अतः विभाग से प्राप्त निर्देशों के आलोक में लेखापाल का कार्य स्थाई कर्मी संतोष कुमार सिंह अथवा किसी भी अन्य स्थाई कर्मी से कराया जाए. मुख्य पार्षद का कहना है कि पत्र लिखे जाने के तकरीबन 1 माह बीत जाने के बावजूद अभी तक कार्यपालक पदाधिकारी की ओर से कोई जवाब प्राप्त नहीं हुआ है. ऐसे में यह स्पष्ट है कि वह भ्रष्टाचार को पोषित कर रहे हैं.


मामले में कार्यपालक पदाधिकारी रोहित कुमार से बात करने पर उन्होंने बताया कि नगर परिषद के पास कर्मियों की कमी है. हालात यह हैं कि टैक्स दारोगा का पद खाली होने के कारण सहायक टैक्स दारोगा के द्वारा उनका कार्य संभाला जा रहा है. ऐसे में जब तक नए कर्मियों की बहाली नहीं हो जाती तब तक इस प्रकार की समस्याएं दूर नहीं हो पायेगी.











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