नप का नया कारनामा : एक समस्या से निजात दिलाने को खड़ी की दूसरी समस्या ..
लोगों को तत्काल राहत तो मिल गई लेकिन सड़क को तोड़ देने के कारण आवागमन की एक बड़ी समस्या लोगों के सामने आ खड़ी हो गयी. दरअसल, रोड को काट देने के कारण इस मार्ग से आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है. जिससे इस मार्ग से आने जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है
- जल जमाव से मुक्ति दिलाने के लिए सड़क खोदे जाने से आवागमन अवरुद्ध
- नप कार्यपालक अभियंता ने दिलाया स्थिति सुधारने का भरोसा.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: आमतौर पर लोगों के लिए समस्याएं खड़ी करते रहने वाले नगर परिषद ने एक बार फिर वार्ड नंबर 32 में एक बड़ी समस्या खड़ी कर दी है. जिसके कारण वार्ड के निवासियों की स्थिति अब "ताड़ पर से गिरे खजूर पर अटके" वाली हो गई है. दरअसल, काफी दिनों से नालियों के जाम रहने के कारण जल जमाव की समस्या से जूझ रहे लोगो की परेशानी से त्वरित निदान दिलाने के लिए नगर परिषद के द्वारा ज्योति प्रकाश चौक से जमुना चौक जाने वाली सड़क को बीच से काट कर पानी को कब्रिस्तान के पीछे स्थित पोखरे में निस्तारित कर दिया गया था, जिससे कि लोगों को तत्काल राहत तो मिल गई लेकिन सड़क को तोड़ देने के कारण आवागमन की एक बड़ी समस्या लोगों के सामने आ खड़ी हो गयी. दरअसल, रोड को काट देने के कारण इस मार्ग से आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है. जिससे इस मार्ग से आने जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
परेशान लोगों की शिकायत के मद्देनजर वार्ड संख्या 32 के पार्षद राम इकबाल सिंह से बात की गयी. हालांकि, उन्होंने बेहद गैर जिम्मेदाराना बयान देते हुए कहा कि लोगों की शिकायत पर उन्होंने नगर परिषद से अनुरोध किया था. जिसके बाद यह सड़क काट दी गई है. अब नगर परिषद ही यह बता सकता है कि इस सड़क को कब तक दुरुस्त किया जाएगा. इसमें वह कुछ नहीं कर सकते.
दूसरी तरफ मामले में नगर परिषद के कार्यपालक अभियंता रोहित कुमार से बात करने पर उन्होंने बताया कि सफाई कर्मी द्वारा बिना उन्हें जानकारी दिए हुए सड़क को काटकर तत्काल जल निकासी की व्यवस्था कर दी गई थी. हालांकि, अब वह उसका स्थाई समाधान निकालते हुए पाइप डालकर जल निकासी की व्यवस्था करवाएंगे तथा एक-दो दिन के अंदर आवागमन को सुचारू कराएंगे.
पोखरे में पानी गिराए जाने से मत्स्य पालकों को हो सकता है ऐतराज:
बताया जा रहा है कि जल निकासी की तत्काल व्यवस्था करने के लिए पोखरे में पानी गिराया जा रहा है. लेकिन, इससे स्थाई रूप से नहीं किया जा सकता. क्योंकि मत्स्य पालकों द्वारा पोखरे में मछली पालन किया जाता है. ऐसे में नगर परिषद पानी का निस्तारण पोखरे में करता है तो उसे लोगों का विरोध झेलना पड़ सकता है.
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