मानव श्रृंखला को विपक्षी दलों ने बताया "राजनीतिक ढोंग" ..
उन्होंने एक संयुक्त बयान जारी कर बताया कि नशा भी मुक्ति के लिए पूर्व मानव श्रृंखला को जनता का पूर्ण सहयोग मिला था लेकिन, इसका परिणाम ठीक उल्टा निकला. सरकारी सहयोग से शराब घर-घर पहुंच रही है. ऐसे में मानव श्रृंखला का अबकी बार सभी ने बहिष्कार किया है.
- नेताओं ने कहा, सभी सरकारी काम पड़ गए थे ठप.
- कहा, राजनीतिक ढोंग थी मानव श्रृंखला.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: मानव श्रृंखला सरकारी मशीनरी का खुल्लम-खुल्ला दुरुपयोग है. नीतीश सरकार की मानव श्रृंखला पूर्णत: राजनीतिक ढोंग है. इसका अहसास जनता को भी हो चुका है इसलिए जनता का कोई सहयोग मानव श्रृंखला में नहीं रहा. यह कहना है राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद ओझा, विशेश्वर पांडेय तथा जिलाध्यक्ष डॉ.सुभाष चंद्र ओझा का. उन्होंने एक संयुक्त बयान जारी कर बताया कि नशा भी मुक्ति के लिए पूर्व मानव श्रृंखला को जनता का पूर्ण सहयोग मिला था लेकिन, इसका परिणाम ठीक उल्टा निकला. सरकारी सहयोग से शराब घर-घर पहुंच रही है. ऐसे में मानव श्रृंखला का अबकी बार सभी ने बहिष्कार किया है.
कांग्रेस जिलाध्यक्ष तथागत हर्षवर्धन ने बताया कि, मानव श्रृंखला को लेकर सभी तरह के सरकारी कार्य ठप हो गए थे. सभी अधिकारी मानव श्रृंखला बनाने के लिए महीनों से लगे हुए थे. जनता की गाढ़ी कमाई से टैक्स लेकर उसका जमकर दुरुपयोग किया गया है. उन्होंने कहा कि, आज के समय में मानव श्रृंखला के नहीं बल्कि मानव संरक्षण की आवश्यकता है.
कांग्रेस के वरीय नेता टीएन चौबे ने कहा कि, जिले में जल जीवन हरियाली अभियान के तहत मानव श्रृंखला पूरी तरह फ्लॉप है. सरकारी पैसों का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग डबल इंजन की सरकार के मुखिया के द्वारा किया गया. पहले 15 वर्षों में कुआं, नहर, आहर, पइन, पोखर, तालाब आदि को अतिक्रमण कर बर्बाद कर दिया गया. अब उसे खुदवाने के तथा पौधारोपण के नाम पर करोड़ों करोड़ों का घपला किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि 2020 में इस सरकार की विदाई तय है.
Post a Comment