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वेंटिलेटर पर है जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था, सुधार के लिए देंगे धरना: तथागत

कहा कि, जिले में स्वीकृत चिकित्सकों की संख्या 191 है जबकि मात्र 68 चिकित्सक ही उपलब्ध हैं. जिसके कारण संपूर्ण जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा सदर अस्पताल एवं डुमरांव अनुमंडल अस्पताल में चिकित्सकों की उपलब्धता न्यूनतम है.
प्रेस वार्ता करते कांग्रेस जिलाध्यक्ष

- स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के लिए कांग्रेसियों ने खोला मोर्चा
- जिलाध्यक्ष ने कहा सफेद हाथी के रूप में स्थापित है स्वास्थ्य व्यवस्था.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: बक्सर जिला में स्वास्थ्य व्यवस्था की खराब स्थिति का हवाला देते हुए कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है. जिला व प्रखंड कांग्रेस कमेटी के सदस्यों ने विगत दिनों में जिलेभर में कार्यरत सरकारी अस्पताल एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया, इसके बाद अब स्वास्थ्य सेवाओं को बदहाल बताते हुए कांग्रेसी व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग को लेकर आगामी 13 मार्च को एक दिवसीय धरना के माध्यम से आंदोलन का आगाज करेंगे. 

इस बाबत एक प्रेस वार्ता के दौरान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष तथागत हर्षवर्धन ने कहा कि, जिले में स्वीकृत चिकित्सकों की संख्या 191 है जबकि मात्र 68 चिकित्सक ही उपलब्ध हैं. जिसके कारण संपूर्ण जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा सदर अस्पताल एवं डुमरांव अनुमंडल अस्पताल में चिकित्सकों की उपलब्धता न्यूनतम है. उन्होंने बताया कि, जिले में नर्सों की स्वीकृत संख्या 170 है. जबकि, केवल 48 ही कार्यरत हैं. यह स्थिति स्पष्ट करती है कि, स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर केवल खानापूर्ति की जा रही है. उन्होंने बताया कि, विभाग के सभी पदों पर स्वीकृत पदों के मुकाबले बहुत ही कम उपलब्धता होने से पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था ही वेंटिलेटर पर है.

जिलाध्यक्ष ने कहा कि, यह अत्यंत ही सोचनीय विषय है कि, वर्तमान में औषधि अथवा शल्य चिकित्सा के लिए कोई भी स्नातकोत्तर चिकित्सक है ही नहीं. पूरी व्यवस्था मात्र एमबीबीएस चिकित्सकों के भरोसे हैं. उन्होंने बताया कि, सदर अस्पताल में एनएसथीसिया के डॉक्टर की अनुपलब्धता के कारण सामान्य से सामान्य चिकित्सा नहीं हो सकती. प्रत्येक मरीज को केवल रेफर किया जाता है. एक्सरे, सीटी स्कैन, एमआरआई, अल्ट्रासाउंड के लिए प्रत्येक मरीज निजी क्षेत्रों के भरोसे होते हैं. जबकि, सामान्य पैथोलॉजी दिखावा के तौर पर उपलब्ध है. सदर अस्पताल में सफाई की व्यवस्था भी अफसरशाही की भेंट चढ़ चुकी है. कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा कि, सभी स्थितियों को देखने के बाद यह स्पष्ट हो जाता है कि, केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्यमंत्री के क्षेत्र में सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था सफेद हाथी के रूप में स्थापित है. केंद्र और राज्य सरकारें कान में तेल डालकर जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. मौके पर पूर्व विधायक श्रीकांत पाठक, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कामेश्वर पांडेय, अनुराग राज त्रिवेदी, राहुल आनंद समेत कई कांग्रेसी नेता मौजूद रहे.














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