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BuxarTopNews: आत्मा द्वारा चौपाल आयोजित कर किसानों को सिखाए गए धान की खेती के तरीके


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: सदर प्रखंड स्थित ई किसान भवन में शनिवार को कृषि प्रौद्योगिकी
प्रबंध अभिकरण(आत्मा) द्वारा आत्मा चैपाल का आयोजन किया गया। चैपाल में
उपस्थित आत्मा के प्रोजेक्ट डायरेक्टर देवनंदन राम ने कहा कि खरीफ मौसम
में धान के बिचड़े की रोपाई की जा रही है। रोपाई उपरांत तीन दिनों के अंदर
प्रेटीलाक्लोर 37 प्रतिशत ई डब्लू नामक रसायन 600 एमएल प्रति एक एकड़ की
दर से व्यवहार करें। रोपाई के बीस दिन उपरांत उर्वरक के इस्तेमाल के समय
लम्बे समय तक तनाछेदक से बचाव तथा कल्लों की संख्या में वृद्धि हेतु
क्लोरैन्ट्रनिलीप्रोल व थायमेथोक्जाम के मिश्रणयुक्त कीटनाशक का व्यवहार
छः किलोग्राम प्रति हेकटेयर की दर से करें। उन्होंने कृषकों को सुझाव
देते हुए कहा कि परम्परागत तरिके में किसान फसलों के रोगग्रस्त हो जाने
पर फसल प्रबंधन करते हैं जो पैदावार में                गिरावट का संकेत
है, जिससे निजात हेतु ससमय फसल प्रबंधन करना लाभदायक सिद्ध होगा।
उन्होंने आकाशीय बिजली पर चर्चा करते हुए कहा कि किसानी के क्रम में
बहुतेरे किसान पेड़ों के नीचे शरण लेते हैं, जिन्हें आकाशीय बिजली शीघ्र
दबोचती है। इससे बचने हेतु किसान नजदीकी मकान में शरण लें। आत्मा चैपाल
में स्वच्छता पर भी चर्चा की गयी। ‘‘हर घर शौचालय’’ के सपना को साकार
करने के उदेश्य से इसके महत्वों को बताया गया। उन्होंने कहा कि अक्सर
सुर्योदय बेला में किसान खेतों में जाते समय पगडंडियो व खेतों के किनारे
मल-मूत्र जैसी गंदगियों से होकर गुजरते हैं जो गंभीर बिमारी को जन्म देने
का कारक है। इससे निजात हेतु अन्य किसानों को शौचालय निर्माण कराने का
संदेश देते हुए अपने घरों में शौचालय निर्माण कराये. चैपाल कार्यक्रम में
अनुमंडल कृषि पदाधिकारी-सह-प्रभारी सहायक निदेशक, उद्यान कमलेश प्रसाद,
इफको के क्षेत्रीय प्रबंधक विनय सिंह, सहायक तकनिकी प्रबंधक रामाकांत
दीक्षित सहित प्रगतिशील कृषक मौजूद थे।




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