Buxar Top News: बक्सर की पापड़ी की है एक और मिठास!!
विश्व प्रसिद्ध बक्सर की पापड़ी को और मिठास दे रहे हैं बक्सर के एक दुकानदार.
- ग्राहकों को प्यार के साथ घलुवा देकर बनाया दीवाना.
- जिला मुख्यालय के जमुना चौक पर चलाते हैं मिठाई की दुकान.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: बक्सर की पापड़ी तो मशहूर है ही लेकिन इस पापड़ी में यहाँ एक औऱ मिठास है जो अनुठी भी है.
ज़िला मुख्यालय स्थित पुराना चौक पर राज कुमार की पापड़ी दुकान पर हर ग्राहक को शौक़ से मिठाई खरीदने के पूर्व मिठाई बकायदा प्लेट में खिलाई जाती हैं,और यह परंपरा आज तक कायम हैं. बकौल राज कुमार रोज़ वे 50 क्विंटल औसतन मिठाई बेचते है जिसमे 50 किलो मिठाई ग्राहकों को रोज खिला देते है।यानी कुल बिक्री का दशवंत वो ग्राहकों को ही दे देते है, कोई नही खा पाया तो उसके मिठाई के साथ यह प्यार का घलुआ मिठास साथ दे देते है.
ज़िले में जितना राज कुमार ग्राहकों को मिठाई खिला देते है उतनी मिठाई तो नामचीन दुकानदार बेच नहीं पाते है.
पर्व के दिन तो राज कुमार के घर तक मिठाई लेने की लाइन लग जाती है. 100 रुपये किलो सोन पापड़ी बेचकर इस शहर में पाँच साल से इसका भाव स्थिर कर दिया है. हर मिठाई की रेट महंगाई से बढ़ी लेकिन सोनपापड़ी बिकी100 रुपये किलो ही.
शादी व्याह ,गिफ़्ट व पूजा नेवता आदि के लिए लोग मिठाई खरीदते हैं लेकिन राजकुमार हर ग्राहक को जिसने वह मिठाई खरीदी उसे जरूर दो पीस भेंट करते है.
यह कोई व्यवसाय का प्रतिमान नहीं है बल्कि यह मिठाई खिलाकर बेच देने की कला हैं.
बक्सर की पापड़ी का इस मिठास से मुहल्ले वाले भी गदगद रहते है. राजकुमार के पड़ोसी न्यायालय कर्मी अनूप कुमार एवं अनिल कुमार बताते हैं, कि उनके पिता स्व. सुभाष गुप्ता भी अच्छे मिठाई बनाते थे लेकिन राज कुमार ने बक्सर की सोन पापड़ी को जनसुलभ बनाकर इसकी प्रसिद्धि को औऱ ऊंचाई दी है,औऱ हर ग्राहक को मुफ्त मिठाई खिलाना तो उनका धर्म सा बन गया है.
- के.के.ओझा
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